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Mask Myths: क्या मास्क लंबे समय तक पहनने से CO2 का स्तर बढ़ जाता है?

लंबे समय के लिए मास्क पहनने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है क्योंकि सांस लेने वाली हवा में CO2 का स्तर बढ़ जाता है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो आपको मिल जाएंगे जिनमें बताया जाता है कि कैसे लंबे समय तक मास्क पहनने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 01:56 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 01:56 PM (IST)
Mask Myths: क्या मास्क लंबे समय तक पहनने से CO2 का स्तर बढ़ जाता है?
Mask Myths: क्या मास्क लंबे समय तक पहनने से CO2 का स्तर बढ़ जाता है?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। महामारी के इस समय में, ग़लत-सही, कई तरह की जानकारियों चारों तरफ से आ रही हैं। हालांकि, एक जागरूक नागरिक होने के नाते आपको उन्हीं आदेशों और निर्देशों का पालन करना चाहिए, जो सरकार द्वारा बताई गई हैं। हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि लोगों को यह पता लगाने का कि जानकारी सही है या ग़लत का समय नहीं मिल पाता है।

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ऐसे गैर-तथ्यात्मक जानकारियों में से एक यह है कि लंबे समय के लिए मास्क पहनने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है क्योंकि किसी व्यक्ति के आसपास सांस लेने वाली हवा में CO2 का स्तर बढ़ जाता है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो आपको मिल जाएंगे, जिनमें बताया जाता है कि कैसे लंबे समय तक मास्क पहनने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। मास्क पहनने पर कई एक्सपर्ट्स और शोधकर्ताओं ने कई सिफारिशें की हैं; लेकिन हर कोई इस बात की पुष्टि करता है कि यह अभी तक कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ अंतिम कवच मास्क ही है।

कोविड संक्रमण के खिलाफ मास्क कैसे काम आता है?

एक मास्क उचित सांस लेने की सुविधा प्रदान करने के साथ ही व्यक्ति के सांस लेने के मार्ग के संपर्क में आने के लिए हवा की बूंदों को प्रतिबंधित करके संक्रमण के प्रसार को रोकते हैं। मास्क किसी भी व्यक्ति द्वारा छोड़ी गई हवा की बूंदों के माध्यम से कोरोना वायरस के प्रसार के जोखिम को ख़त्म करते हैं।

इसलिए बाहर मास्क पहनने पर बहुत ज़ोर दिया जाता है क्योंकि भीड़-भाड़ वाली जगहों, जहां बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं, वहां सांस लेने और खांसने से कोविड संचरण का ख़तरा बढ़ जाता है। शोध अध्ययनों के अनुसार, मास्क पहनने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोरोना वायरस के संचरण में देरी होती है। अध्ययन के अनुसार, हर तरह का मास्क इंफेक्शन को रोकने की क्षमता रखता है, यहां तक कि पड़े का बना मास्क भी, लेकिन बेहतर हैं कि लोग N95 और सर्जीकल मास्क पहनें। कोविड-19 से जुड़े सभी शोध में यह साबित हुआ है कि मास्क पहनने और स्वच्छता का ध्यान रखने से संक्रमण का ख़तरा काफी कम हो जाता है।

CO2 और मास्क के बारे में CDC का क्या कहना है?

यूएस सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) का कहना है कि मास्क पहनने से आप जिस हवा में सांस लेते हैं उसमें कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का स्तर नहीं बढ़ता है। CO2 के बारे में अफवाहों पर, सीडीसी का कहना है, "कपड़े का मास्क और सर्जिकल मास्क चेहरे पर एक एयरटाइट फिट प्रदान नहीं करते हैं। जब आप सांस छोड़ते हैं या बात करते हैं तो CO2 मास्क के माध्यम से हवा में निकल जाता है। CO2 अणु इतने छोटे होते हैं कि आसानी से मास्क सामग्री से गुजर सकते हैं। इसके विपरीत, सांस के ज़रिएं निकलने वाली बूंदें जो वायरस ले जाती हैं, CO2 की तुलना में बहुत बड़े होते हैं, इसलिए वे ठीक से डिज़ाइन किए गए और ठीक से पहने हुए मास्क से आसानी से नहीं गुज़र सकते हैं।"

मास्क कैसे पहनना चाहिए?

एक व्यक्ति कोविड-19 संक्रमण से तभी बचा रहेगे अगर वो मास्क सही तरीके से पहनेगा। अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय एजेंसियां ​​नियमित रूप से सलाह जारी करती रही हैं कि कैसे मास्क पहना जाना चाहिए ताकि लोग अपने राज़ के काम करते हुए भी सुरक्षित रहें। एक ऐसा मास्क पहनना चाहिए जो नाक और मुंह को ढके और ठोड़ी के नीचे रहे। मास्क आपके चेहरे पर अच्छी तरह फिट होना चाहिए। CDC सलाह देती है कि सभी को मास्क सही तरीके से पहनना चाहिए और लगागातर पहनें ताकि पूरी तरह सुरक्षित रहें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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