Covid-19 Precautions: कोविड-19 से खुद को बचाने के दौरान कहीं आप भी नहीं कर रहे ये 6 गलतियां?
Covid-19 Precautions सावधानियां आप भले ही फोलो कर रहे हैं लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि आप ग़लत तरीके से इन्हें अपना रहे हों। आज हम बात रहे हैं आम गलतियों के बारे में जो लोग सावधानियां बरतने के साथ अनजाने में कर बैठते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क । Covid-19 Precautions: कोविड-19 दुनिया के करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। ये संक्रमण जानलेवा होने के साथ लोगों के सुकून को भी ख़त्म कर रहा है। एक तरफ वैज्ञानिक और मेडिकल एक्सपर्ट्स इस ख़तरनाक बीमारी का इलाज ढूंढने में लगे हैं, वहीं आम लोग इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए न सिर्फ शारीरिक दूरी बल्कि दूसरी तरह की सावधानियां भी बरत रहे हैं।
हालांकि, सावधानियां आप भले ही फोलो कर रहे हैं, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि आप ग़लत तरीके से इन्हें अपना रहे हों। आज हम बात रहे हैं आम गलतियों के बारे में जो लोग सावधानियां बरतने के साथ अनजाने में कर बैठते हैं।
1. ऐसा सोचना कि घर पर आप सुरक्षित हैं
कई लोगों को ऐसा लगता है कि अगर वे घर पर बैठे हैं, तो वे वायरस से सुरक्षित हैं। जबकि घर पर रहना वायरस से बचने का एक तरीका है, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आप सुरक्षित रहेंगे, खासतौर पर जब आप एक व्यक्ति के साथ रह रहे हों। कोरोना वायरस ऐसी जगह तेज़ी से फैल सकता है, जहां लोग किसी बंद जगह पर हैं और काफी पास रह रहे हैं।
2. बाहर नहीं जा सकते, इसलिए घर पर पार्टी रखें
लॉकडाउन और उसके बाद भी ज़्यादातर लोगों ने खुद को घर पर बंद कर लिया है, जो एक अच्छी बात है। हालांकि, ये लोग घर से भले ही बाहर न निकलें हों, लेकिन इन्हें घर पर ही कई पार्टियों का आयोजन ज़रूर किया। जिसकी वजह से संक्रमण का ख़तरा बढ़ा है। ये पता लगाना नामुमकिन है कि आपके दोस्त और रिश्तेदार आपसे मिलने से पहले और कहां-कहां गए हैं, इसलिए ये मानना कि वे संक्रमित नहीं हैं, एक बड़ी ग़लती होगी।
3. स्थिति पहले से कम तनावपूर्ण होने का मतलब ये नहीं कि सब सुरक्षित हैं
लॉकडाउन खुलने के साथ कई लोगों ने सबसे बड़ी ग़लती ये की कि उन्हें लगा कि अब वे कहीं भी जाने के लिए आज़ाद हैं। कोरोना वायरस एक ऐसी बीमारी है जो कई समय तक हमारे बीच रहने वाली है। इसलिए अगर आपके आसपास के रेस्ट्रां और फिल्म थिएटर खुले हैं, तो इसका मतलब ये नहीं कि आप सुरक्षित हैं।
4. सावधानी बरतना अलगा है और दो हफ्ते के लिए क्वारेंटीन करना अलग
अगर आपको काम के सिलसिले में बाहर जाना पड़ा और वहां अतिरिक्त सावधानी के साथ लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखने के बावजूद आपको वापस घर आने पर दो हफ्ते के लिए क्वारेंटीन में रहना चाहिए।
5. किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर फौरन टेस्ट करवाना
अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो आपका टेस्ट करवाना बेहद ज़रूरी है, लेकिन सबसे पहले आपको खुद को आइसोलेशन में रखना चाहिए और अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित रखना चाहिए। हालांकि, कई लोग संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते ही टेस्ट करवाने के लिए दौड़ते हैं, जिसकी बिल्कुल ज़रूरत नहीं है। अगर आप संपर्क में आते ही टेस्ट करवा लेते हैं, तो उसका नतीजा नेगेटिव ही आएगा। इससे शायद आपको लगे कि आप सुरक्षित हैं, लेकिन ये कदम दूसरों के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है।
6. आप मान कर चलते हैं कि दोस्त और रिश्तेदार ज़रूरी सावधानी बरत रहे हैं
कुछ लोगों को लगता है, क्योंकि वे संक्रमण से बचने के लिए ज़रूरी सावधानियां बरत रहे हैं, इसलिए उनके करीबी लोग भी वही कर रहे होंगे। जो सच भी हो सकता है, लेकिन इसकी गारंटी नहीं है। ऐसा भी हो सकता है कि अनजाने में वे किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए, जो सबके लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।