Covid-19 Baby care: शिशु रहेगा स्वस्थ और सुरक्षित जब ऐसे करेंगी उसकी देखभाल
कोरोना संकट ने जीने का अंदाज़ बदल दिया है। खासतौर पर इस दौरान लोग अपने नवजात शिशु की देखभाल को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं। तो कैसे करें उनकी केयर और बचाव जानने के लिए यहां डालें एक नजर।
हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली एक प्यारी-सी तसवीर तो आपको भी याद ही होगी, जब जन्म के कुछ ही मिनटों बाद एक नवजात बच्ची डॉक्टर के चेहरे से मास्क खींच रही थी, लेकिन वह नादान दुनिया के हालात से बेखबर थी। यहां हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि संक्रमण के मामले जिस तेज़ी से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए सभी को अपने नवजात शिशु की देखभाल के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
सजग रहें पर चिंतित नहीं
रिसर्च से यह प्रमाणित हो चुका है कि कोरोना वायरस प्लेसेंटा के रास्ते शिशु के शरीर में प्रवेश नहीं कर सकता, इसलिए कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब कोरोना पॉजि़टिव स्त्रियों ने स्वस्थ शिशुओं को जन्म दिया। मुख्यत: यह वायरस सांस या थूक के सूक्ष्म कणों के माध्यम से शिशु के शरीर में प्रवेश करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के अनुसार कोरोना पॉजि़टिव स्त्री मास्क और ग्लव्स पहन कर अपने शिशु को फीड करा सकती है क्योंकि मां का दूध उसके इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है।
जब जाना हो हॉस्पिटल
वैक्सीनेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके लिए शिशु को घर से बाहर ले जाना बहुत ज़रूरी हो जाता है। वैसे तो पोलियो की पहली खुराक, बीसीजी और हेपेटाइटिस-बी का पहला टीका आदि हॉस्पिटल से घर आने के पहले ही शिशु को लगा दिया जाता है। इसके छह सप्ताह बाद उसे दोबारा टीकाकरण के लिए हॉस्पिटल या डॉक्टर के क्लिनिक में ले जाने की ज़रूरत होती है। आजकल डॉक्टर खुद इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि भीड़ की वजह से शिशु और उसके पेरेंट्स को संक्रमण का कोई खतरा न हो। फिर भी असुविधा से बचने के लिए अप्वाइंटमेंट लेने बाद ही डॉक्टर के पास जाएं। टीका लगाने के साथ शिशु का रुटीन चेकअप भी हो जाएगा। इसके बाद अगर कोई मामूली तकलीफ हो तो हॉस्पिटल आने के बजाय वीडियो कॉल के ज़रिये डॉक्टर से सलाह लें।
पिता की जि़म्मेदारी
लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब लोगों ने ऑफिस जाना शुरू कर दिया है। इसलिए जिनके घर में नवजात शिशु हैं, वे घर से बाहर निकलते समय ऐसे मास्क का चुनाव करें, जिसमें चेहरा पूरी तरह ढका रहे। बातचीत या हंसने के दौरान मुंह से निकलने वाले लार के बारीक कण हवा के साथ उड़कर तेज़ी से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए अगर आपके घर में नवजात शिशु है तो खुद को संक्रमण से बचाकर रखें। बेहतर यही होगा कि ऑफिस में अकेले बैठकर कर लंच करें और अगर कभी साथ बैठना ज़रूरी हो तो कम से कम दो फीट की दूरी बनाए रखें। घर लौटने के बाद बैग और मोबाइल को सैनिटाइज़ करें। नहाने से पहले किसी भी वस्तु को हाथ न लगाएं। शिशु को गोद में उठाते समय मास्क पहनना न भूलें। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका शिशु स्वस्थ और सुरक्षित रहेगा।
(डॉ. कृष्ण चुग, डायरेक्टर एंड एचओडी डिपार्टमेंट ऑप पीडियाट्रिक्स,फोर्टिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम)
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