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Covid-19 Vaccines: कोरोना वैक्सीन के हैं साइड-इफेक्ट्स, लेकिन इस वजह से न करें इनकी फिक्र!

Covid-19 Vaccines कई महीनों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार इस ख़तरनाक वायरस के लिए वैक्सीन तैयार की जा चुकी है। ब्रिटेन में तो लोगों को ये वैक्सीन लगनी भी शुरू हो गई है। इस वैक्सीन के कुछ हल्के साइड-इफेक्ट भी हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 11 Dec 2020 12:05 PM (IST)Updated: Fri, 11 Dec 2020 12:05 PM (IST)
Covid-19 Vaccines: कोरोना वैक्सीन के हैं साइड-इफेक्ट्स, लेकिन इस वजह से न करें इनकी फिक्र!
कोरोना वैक्सीन के हैं साइड-इफेक्ट्स, लेकिन इस वजह से न करें इनकी फिक्र!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Vaccine: पिछले दिसंबर में चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस ने मार्च महीने तक दुनिया के कई देशों को अपना शिकार बना लिया था। ये जानलेवा वायरस नया था इसलिए इसका इलाज या वैक्सीन तो दूर इस बारे में ज़्यादा जानकारी तक उपलब्ध नहीं थी।

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हालांकि, कई महीनों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार इस ख़तरनाक वायरस के लिए वैक्सीन तैयार की जा चुकी है। ब्रिटेन में तो लोगों को ये वैक्सीन लगनी भी शुरू हो गई है। इस वैक्सीन के कुछ हल्के साइड-इफेक्ट भी हैं, जिसकी वजह से इसे लेकर कई तरह की अफवाहें चल रही हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स की मानें तो आमतौर पर सभी वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होते हैं, और इनसे डरने की ज़रूरत नहीं है। वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स ये बताते हैं की वैक्सीन पूरी तरह से अपना काम कर रही है।
 
कोरोना वायरस वैक्सीन
वैक्सीन का इंजेक्शन जहां लगाया जाता है वहां सूजन हो जाती है। जहां टीका लगता है, वहां की रक्त वाहिकाओं में छेट हो जाते हैं, जिससे प्रतिरक्षा कोशिकाओं को मांसपेशियों के ऊतकों में जानें में मदद मिलती है, जिससे वो जगह लाल और सूज जाती है।
 
लक्षणों की बात करें, तो इसके परिणामस्वरूप इंजेक्शन लगने वाली त्वचा लाल और सूज जाती है, मांसपेशियों में कठोरता और खराश हो सकती है, वहां के लिम्फ नोड्स कोमल और सूज जाते हैं और, अगर टीका पर्याप्त रूप से शक्तिशाली है, तो भी बुखार भी आ सकता है। 
 
यह वैक्सीन डिज़ाइन का संतुलन है-  इसकी असुविधाजनक, लेकिन आवश्यक, दुष्प्रभावों को कम करते हुए संरक्षण और लाभ को अधिकतम किया गया है। इसका मतलब ये नहीं है कि गंभीर साइड इफेक्ट्स नहीं होंगे, ज़रूर होंगे लेकिन वे अत्यधिक कम हैं। सबसे चर्चित गंभीर दुष्प्रभावों में से दो, एनैफेलेक्सिस (एक गंभीर एलर्जी) और गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (सूजन के कारण तंत्रिका क्षति), जो 5, 00,000 खुराकों में एक में देखी जाती है। 
 
वैक्सीन के साइड-इेक्ट होना आम बात है
आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता किसी भी बाहरी चीज को शरीर में जाने से रोकती है। कोई बैक्टीरिया या वायरस जब आपके शरीर में जाता है तो आपकी प्रतिरोधक क्षमता उससे लड़ती है इसी के चलते आपको बुखार होता है। ऐसे में जब आपको वैक्सीन दी जाती है तो भी आपका शरीर प्रतिक्रिया करता है। इसी लिए आपको साइड इफेक्ट्स महसूस होते हैं। 
 
प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि SARS-CoV-2 के खिलाफ बनाई गई वैक्सीन अत्यधिक प्रभावी हैं- 90% से ऊपर। इसका मतलब है कि वे मज़बूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को उत्तेजित करने में सक्षम हैं, ख़तरे के संकेत के साथ पूरी तरह पर्याप्त। जिसका मतलब ये वैक्सीन बेहद शक्तिशाली है।

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