Coronavirus Vaccine: कोविड-19 वैक्सीन के बाद हो रहे हैं साइड-इफेक्ट्स तो क्या करना चाहिए?
Coronavirus Vaccine वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोग बुख़ार की शिकायत करते हैं तो कुछ थकावट और बदन दर्द की। अगर आपने भी कोविड-19 वैक्सीन का शॉट लगवा लिया है और उसके रिएक्शन्स से जूझ रहे हैं तो इसका इलाज प्राकृतिक उपायों से करें ताकि आपको दर्द से मुक्ति मिले।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Vaccine: लाखों लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन लग चुकी है और इससे कहीं ज़्यादा लोग वैक्सीन के लिए लाइन में खड़े हैं। वैक्सीन ड्राइव जब शुरू हुआ था, तब लोगों के बीच इसे लेकर डर, घबराहट और कंफ्यूज़न काफी ज़्यादा था, लेकिन हाल ही में इसे लेकर लोगों में कुछ राहत देखने को मिली है।
इसका मतलब ये नहीं है कि वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स अब नहीं हैं। वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोग बुख़ार की शिकायत करते हैं तो कुछ थकावट और बदन दर्द की। अगर आपने भी कोविड-19 वैक्सीन का शॉट लगवा लिया है और उसके रिएक्शन्स से जूझ रहे हैं, तो इसका इलाज प्राकृतिक उपायों से करें ताकि आपको दर्द से मुक्ति मिले।
वैक्सीनेशन के बाद के सबसे आम साइड-इफेक्ट्स
वैक्सीन से कुछ लोगों को साइड-इफेक्ट्स ज़रूर महसूस हो सकते हैं, लेकिन वैक्सीन लगवाना काफी सुरक्षित है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वैक्सीन के बाद हल्के बुखार के अलावा ठंड लगना, मतली और बदन दर्द जैसे साइड-इफेक्ट्स महसूस कर सकते हैं, जिनका इलाज किया जा सकता है।
डॉक्टर्स के मुताबिक, वैक्सीन के बाद थकावट और बदन दर्द काफी आम हैं, जिसके बाद इंजेक्शन जहां लगा वहां दर्द भी काफी लोगों में देखा जाता है। डॉक्टर्स का ये भी कहना है कि वैक्सीन के लक्षणों को कोविड संक्रमण न समझें। ये सिर्फ वैक्सीन पर शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है। वैक्सीन इंफेक्शन की नकल होती है, ये लोगों को कोविड संक्रमण नहीं दे रही है, बल्कि शरीर को ये सोचने पर मजबूर करती है कोई संक्रमण उस पर हमला कर रहा है, जिसकी वजह से ये साइड-इफेक्ट्स महसूस होते हैं।
इसके अलावा, साइड-इफेक्ट्स की तीव्रता इस बात का पैमाना नहीं है कि वैक्सीन ठीक से काम कर रही है या नहीं। चाहे साइड-इफेक्ट दिखें या नहीं, वैक्सीन सभी पर एक जैसा असर करेगी।
वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स से कैसे जूझें?
डॉक्टरों का मानना है कि वैक्सीनेशन के लक्षण सिर्फ एक या दो दिन से ज़्यादा नहीं दिखेंगे। बुखार और बदन दर्द में पेरासिटामोल टैबलेट ली जा सकती है। हालांकि, पेनकिलर्स लेने की सलाह नहीं दी जा रही है। अगर किसी व्यक्ति को सांस में तकलीफ या बेहोशी महसूस होती है, तो उसे फौरन नज़दीकी डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
थकावट में क्या करना चाहिए?
कमज़ोरी और थकावट में खूब पानी पिएं, अच्छा खाना खाएं, शराब या कैफीन से दूर रहें, ज़्यादा मेहनत वाले काम न करें और एक-दो दिन आराम करें। अगर बदन दर्द ज़्यादा होता है, तो पैरासिटामोल खाई जा सकती है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।