Coronavirus Origin: 60-70 साल पहले ही जन्म ले चुका है कोरोनावायरस
Coronavirus Origin अब एक नई रिसर्च में कहा जा रहा है कि कोरोनावायरस चमगादड़ों में संभवतः कई दशक पहले अपना घर बना चुका था।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना महामारी ने दुनिया को हलकान कर दिया है। यह महामारी विश्व की ऐसी अनबूझ पहेली बन चुकी है कि नित रोज नए-नए रिसर्च से नई-नई जानकारी मिल रही है। आज किसी रिसर्च में कोई नई जानकारी दी जाती है तो कल उस रिसर्च में संशोधन हो जाता है या उसका खंडन कर दिया जाता। पहले के रिसर्च में कहा गया था कि कोरोना किडनी और पेट को नुकसान पहुंचाता है, फिर बाद में आया कि इससे दिल को बेहद क्षति पहुंचती है। इसी तरह चीन हमेशा से कहता रहा है कि कोरोना वायरस पहले किसी चमगादड़ में मौजूद नहीं था, ये बीमारी के साथ ही आया है। अब एक नई रिसर्च में कहा जा रहा है कि कोरोनावायरस चमगादड़ों में संभवतः कई दशक पहले अपना घर बना चुका था।
नेचर माइक्रो लाइफसाइंस पत्रिका ने कोविड-19 के बारे में एक अंतरराष्ट्रीय दल के अनुसंधान का परिणाम जारी किया। इस अध्ययन से पता चला है कि नोवेल कोरोना वायरस 40 से 70 साल पहले के वायरस से परिवर्तित हुआ है। वास्तव में इस तरह का वायरस चमगादड़ोॆ में कई दशकों पहले फैल चुका था। शोधकर्ताओं के विचार में वायरस के स्रोत का पता लगाना महामारी के नियंत्रण के लिए नाजुक है। अध्ययनकर्ताओं ने अनुसंधान में पाया है कि चमगादड़ इन वायरसों का मुख्य माध्यम है। इस अध्ययन दल के सदस्य अमेरिका के पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी, ब्रिटिश एडिनबर्ग युनिवर्सिटी, हांगकांग विश्वविद्यालय से आए हैं। वहीं, बीबीसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इस अध्ययन के परिणामों से ऐसे कथन निराधार बन गये हैं, जैसे वायरस लैब से निकला है या फिर इसे बनाया गया है।
इधर पूरा विश्व कोरोनावायरस की शुरुआत को लेकर चीन पर लानतें डाल रहा हैं। कई वैज्ञानिक तो यहां तक कहते हैं कि ये वायरस कुदरती नहीं बल्कि चीन के लैब में विकसित किया गया है और चीन ने पूरी दुनिया में इसे फैलाया है। दुनिया के कई देश चीन पर यह आरोप लगा रहे हैं कि चीन ने बहुत दिनों तक जानकारी छुपाई जिसके कारण यह बीमारी पूरी दुनिया में फैल गई । अगर चीन की वाकई मंशा सही थी तो उसे पहले ही सबको बता देना चाहिए।
Written By Shahina Noor