घर की इन चीज़ों में छिपे हो सकते हैं कोरोना वायरस, जानें-क्या कहती है रिसर्च
जर्नल एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोनावायरस के 45 प्रतिशत मामले एसिम्पटोमैटिक यानी अलक्षणी है जिसे नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर में व्यापक असर पड़ा है। इस वायरस से संक्रमितों की संख्या में तेज़ी से इजाफा हो रहा है। इससे बचने के लिए कई नई एडवाइजरी जारी की गई हैं। जबकि चिकित्सा विज्ञान इस पहेली को अब तक सुलझाने में कामयाब नहीं हो पाई है। हालांकि, इसके लिए दुनियाभर में कई रिसर्च चल रही है, जिनकी रिपोर्ट कई बार चौंकाने वाली होती है।
हाल ही में 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' में छपी एक रिपोर्ट में दुनियाभर के सैकड़ों वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि हवा से भी कोरोना वायरस का संक्रमण फ़ैलता है। जबकि जर्नल एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोनावायरस के 45 प्रतिशत मामले अलक्षणी हैं, जिन्हें नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है।
इस रिसर्च में यह भी बताया गया है कि जिस व्यक्ति में COVID-19 का कोई लक्षण नहीं दिख रहा है, वे 14 दिनों से अधिक समय तक संक्रमित रह सकते हैं। इस दौरान उस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। अलक्षणी संक्रमित व्यक्ति आसानी से घर के सामान को भी संक्रमित कर सकता है।
इन सामान के इस्तेमाल से घर के दूसरे लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आपको अपने घर के COVID-19 हॉटस्पॉट जोन की जानकारी रहे। घर की साफ-सफाई बढ़िया तरीके से करने के बावजूद कई ऐसी चीज़ें जिस पर हमारा ध्यान नहीं जाता है। इनसे संक्रमण का खतरा बना रहता है।
अमेरिकन सोसाइटी फॉर माइक्रोबायोलॉजी के एक रिसर्च रिपोर्ट अनुसार, चीन में संक्रमित व्यक्ति के कमरे में तीन सबसे दूषित अथवा संक्रमित चीज़ें बेडशीट, तकिया और सिराहने थीं। जबकि कमरे को रोजाना दो बार साफ़ किया जाता था। ऐसे में सप्ताह में कम से कम दो बार चादरों और तकिए के कवर को जरूर बदलें। जबकि इन्हें सप्ताह में दो बार जरूर धोएं।