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Coronavirus Face Mask: मास्क पहनने से जुड़े 6 ऐसे मिथक, जिन पर न करें विश्वास!

Coronavirus Face Mask सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार लोगों को सार्वजनिक जगहों में फेस मास्क पहनना चाहिए क्योंकि इससे न सिर्फ एक व्यक्ति वायरस से संक्रमित होने से बचता है बल्कि मास्क पहनने से इस जानलेवा बीमारी का प्रसार भी रुकता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 04:02 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 10:57 AM (IST)
Coronavirus Face Mask: मास्क पहनने से जुड़े 6 ऐसे मिथक, जिन पर न करें विश्वास!
मास्क पहनने से जुड़े 6 ऐसे मिशक जिन पर न करें विश्वास

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Face Mask: कोरोना वायरस जैसे जानलेवा संक्रमण के तेज़ी से फैलने की वजह से फेस मास्क हमारे अब जीवन का सबसे ज़रूरी हिस्सा बन गया है। चाहे आप वायरस से संक्रमित हुए हों या नहीं, मास्क पहनना बेहद सबसे ज़रूरी है, खासतौर पर उन जहगों पर जहां शारीरिक दूरी बनाए रखना मुश्किल है। 

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सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, लोगों को सार्वजनिक जगहों में फेस मास्क पहनना चाहिए क्योंकि इससे न सिर्फ एक व्यक्ति वायरस से संक्रमित होने से बचता है, बल्कि मास्क पहनने से इस जानलेवा बीमारी का प्रसार भी रुकता है।

एक तरफ दुनियाभर के वैज्ञानिक और मेडिकल एक्सपर्ट्स जल्द से जल्द कोरोना वायरस की सफल वैक्सीन तैयार करने में दिन रात एक कर रहे हैं, वहीं आम जनता इस महामारी से जुड़े मिथक और झूठी खबरों से जूझने में लगी है। आइए जानें मास्क से जुड़ी 6 ऐसी झूठी बातें जिन पर आपको विश्वास करने से बचना चाहिए।

1. फेस मास्क आपको कोविड-19 से पूरी तरह बचा लेता है 

फेस मास्क पहनने से आप कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बच सकते हैं, लेकिन सिर्फ मास्क ही आपको इस जानलेवा बीमारी से नहीं बचा सकता। इसलिए, आपको सतर्क रहने की ज़रूरत है और मास्क के साथ लोगों से शारीरिक दूरी भी बनाए रखना है। दिन में कई बार हाथ धोना है। अगर घर से बाहर किसी सतह को छूते हैं, तो फौरन हाथों को सैनीटाइज़ करें।

2. फेस मास्क को कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है

कपड़े के बने मास्क को धोकर बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, सभी तरह के मास्क को बार-बार नहीं धोया जा सकता। अगर आप डिस्पोज़ेबल सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसे सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल करें। मास्क उतारने के बाद हाथों को ज़रूर धोएं।

3. आपको घर में मास्क पहनने की ज़रूरत नहीं 

मास्क पहनने के पीछे प्रमुख कारण आपको सार्वजनिक जगहों में वायरस से संक्रमित होने से रोकना है। हालांकि, अगर आप कोरोना पॉज़ीटिव हैं और अपने परिवार के साथ रहते हैं, तो आपका हर वक्त मास्क पहनना ज़रूरी है। खासतौर पर जब परिवार का कोई सदस्य शारीरिक तौर पर अस्वस्थ हो, जो आसानी संक्रमित हो सकता हो।

4. अपने मुंह और नाक को मास्क को ढकना काफी है 

कई सारे लोगों को लगता है कि वायरस से बचे रहने के लिए सिर्फ मुंह और नाक को मास्क से ढकना काफी है। हालांकि, मास्क को हर वक्त सही तरीके से पहनना अहम है। सुनिश्चित करें कि आपका फेस मास्क चेहरे पर पूरी तरह से फिट बैठता है ताकि कोई छोर भी खुला न रहे, जो वायरस के प्रवेश को बढ़ावा दे सकता है। मास्क पहनना आरामदायक नहीं होता, लेकिन सुनिश्चित करें कि आपका मास्क चेहरे पर बिल्कुल टाइट हो।

5. मास्क पहना है तो शारीरिक दूरी की ज़रूरत नहीं

सबसे बड़ा मिथक जिसके कई लोग शिकार हो रहे हैं, वह ये है कि फेस मास्क पहनने पर शारीरिक दूरी बनाना ज़रूरी नहीं है। इस बार पर विश्वास करने से न सिर्फ आपकी ज़िंदगी पर ख़तरा होगा बल्कि आपास के सभी लोगों की जान पर वायरस का जोखिम भी बढ़ेगा। 

6. फेस मास्क पहनने से ऑक्सीजन का स्तर कम होता है

फेस मास्क पहनने में असहज ज़रूर महसूस होता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है या CO2 की मात्रा बढ़ा जाती है। कई लोग इस मिथक पर यक़ीन करते हैं, हालांकि, सच ये है कि N95 मास्क भी ऑक्सीजन और CO2 के फ्लो को सामान्य रखता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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