Sweating Control: बरसात में पसीना ज्यादा आता है तो इन उपायों से करें स्वेटिंग कंट्रोल
Sweating Control पसीना आना सेहत के लिए बेहतर माना जाता है लेकिन ज्यादा पसीना आना सेहत को नुकसान भी पहुंचाता है। बरसात में ज्यादा पसीना आने का कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है जिसकी वजह से पसीना ज्यादा आता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बरसात के मौसम में बेशक बारिश गर्मी से कुछ राहत देती है, लेकिन बारिश रुकते ही गर्मी बेहद परेशान करने लगती है। इस मौसम में पसीना काफी अधिक आता है। वैसे पसीना आना सेहत के लिए बेहतर माना जाता है, लेकिन ज्यादा पसीना आना सेहत को नुकसान भी पहुंचाता है। बरसात में ज्यादा पसीना आने का कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है, जिसकी वजह से पसीना ज्यादा आता है। वैसे पसीना ज्यादा आने के कई कारण हैं, जैसे कैफीन युक्त चीजों का अधिक सेवन, ऑयली फूड्स का सेवन, ज्यादा वेट होना, स्मोकिंग करने के कारण भी पसीना ज्यादा आ सकता है। आपको भी अगर पसीना ज्यादा आता है, तो कुछ घरेलू उपचार की मदद से आप पसीने को कंट्रोल कर सकते हैं।
पसीना कंट्रोल करने के घरेलू उपचार:
- पसीना ज्यादा आने के लिए आपकी डाइट भी जिम्मेदार है। आप पसीना कंट्रोल करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप खाने में नमक का सेवन कम करें।
- पसीना कंट्रोल करने के लिए आप टमाटर का जूस, ग्रीन टी और गेहूं के ज्वार का सेवन करें। ऑयली चीजों को अपनी डाइट से निकाल दें।
- पसीना ज्यादा आने से बॉडी में डिहाइड्रेशन हो सकता है, इसलिए पानी ज्यादा पीएं। पानी ज्यादा पीने से पसीना में दुर्गंध आने की समस्या नहीं होगी।
- गर्मी में कॉटन के कपड़े ही पहने, ताकि पसीना कपड़े आसानी से अब्जॉर्ब कर सके।
- नियमित रूप से नींबू पानी पिएं। नींबू पानी शरीर में नमक की कमी को पूरा करेगा।
- कुछ लोगों को बगलों में पसीना ज्यादा आता है, उस जगह पर आलू को स्लाइस करके रगड़े।
- ग्रीन टी ना सिर्फ सेहत के लिए उपयोगी है बल्कि यह पसीने को भी कंट्रोल करती है, इसलिए रोज़ ग्रीन टी जरूर पीएं।
- अपनी डाइट में अंगूर, बादाम और स्ट्राबेरी शामिल करें, यह चीजें बॉडी में पानी को मेनटेन रखेंगी, साथ ही पसीने को भी कंट्रोल रखेंगी।
- इस मौसम में चाय और कॉफी का सेवन करने पर कंट्रोल करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।