लटकता पेट अंदर करने के साथ ही चेहरे की चमक भी बढ़ाता है चक्रासन, जानें इसे करने का सरल तरीका
पेट अंदर हो तो बॉडी एकदम फिट नजर आती है लेकिन इसे कम करना इतना आसान भी नहीं होता। लेकिन एक ऐसा आसन है जिसकी मदद से ये पॉसिबल है। तो आज हम इसी के बारे में और करने का तरीका जानेंगे।
चक्रासन योग का बहुत ही महत्वपूर्ण आसनों में से एक है। अंग्रेजी में इसे 'व्हील पोज' के नाम से जानते हैं। चक्रासन में चक्र का मतलब है पहिया और आसन का मतलब है आकार या मुद्रा। इस आसन को करने पर शरीर पहिए के समान दिखाई देता है इसलिए इसे चक्रासन कहते हैं। देखने में ये आपको मुश्किल आसन लगता होगा लेकिन इसके इतने ज्यादा फायदे हैं कि आपको कुछ सेकेंड्स ही सही, इसका अभ्यास जरूर करना चाहिए। तो आज हम आपको इस आसन को करने के तीन तरीके बताएंगे, जिसे आराम से देखें फिर अपने कंफर्ट के हिसाब से इसे करें।
चक्रासन के फायदे
1. चक्रासन करते वक्त ब्लड फ्लो तेजी से और चेहरे की ओर होता है जिससे चेहरे की चमक तो बढ़ती ही है साथ ही स्किन हेल्दी और जवां भी रहती है। मुंहासे, झाइयां और झुर्रियां दूर होती है।
2. इस आसन के रोजाना अभ्यास से पेट और कमर के एक्स्ट्रा फैट को आसानी से कम किया जा सकता है।
3. इसे करते वक्त जांघों पर भी बहुत प्रेशर पड़ता है जिससे वहां की भी चर्बी तो कम होती ही है साथ ही वो टोन्ड भी होते हैं।
4. चक्रासन करने से कमर मजबूत और लचीली बनती है।
5. इस आसन को करने से फेफड़े हेल्दी और मजबूत रहते हैं।
6. कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी पेट की समस्याओं से भी चक्रासन राहत दिलाता है।
7. चक्रासन तनाव और अवसाद दूर करने में भी बहुत फायदेमंद है।
चक्रासन करते वक्त सावधानियां
- हाई बीपी और दिल से जुड़ी परेशानी होने पर चक्रासन न करें।
- हर्निया की प्रॉब्लम में भी इस आसन को करना अवॉयड करें।
- सायटिका के मरीजों को भी इसकी मनाही है।
- गर्भवती महिलाओं इस आसन को न करें।
- कोई ऑपरेशन हुआ है तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
कब करना चाहिए चक्रासन
कभी भी सबसे पहले चक्रासन करने की कोशिश न करें। इससे पहले स्ट्रेचिंग बहुत ही जरूरी है। इससे इस आसन को करने के बाद कमर, जांघ और हाथों में दर्द की शिकायत नहीं होती।
कब न करें
खाने के तुरंत बाद न करें। कम से कम 2 से 3 घंटे का गैप जरूर होना चाहिए।
चक्रासन के बाद जरूर करें ये आसन
बालासन, सर्वागासन, शवासन, हलासन
Pic credit- ps_yogasana