फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकती है कार्डियो एक्सरसाइज़, करते वक्त रखें इन बातों का ख्याल
अगर आप कार्डियो वर्कआउट कम कर रही हैं तो भी समस्या है और ज्यादा कर रही हैं तब भी दिक्कतें हैं। ऐसे में जरा इन बातों पर गौर करें...इनकी अनदेखी बिल्कुल न करें वरना कुछ ही दिनों बाद इसके नेगेटिव रिजल्ट्स नजर आने लगेंगे।
वजन घटाने से लेकर हार्ट को हेल्दी रखने तक के लिए कार्डियो एक्सरसाइज करने की सलाह देते हुए अक्सर लोगों को आपने सुना होगा लेकिन शायद ही कोई ये सलाह देता होगा कि इसकी भी लिमिट होती है और उसे परे जाकर आप इसे करते हैं तो फायदे की जगह कई तरह के नुकसान दिखाई देने लगते हैं।
अगर महसूस हो रही हो ज्यादा थकान
रात में नींद नहीं हो रही और दिन भर आप थका-थका सा महसूस कर रहे हैं तो यह ओवर वर्कआउट करने के कारण है। ओवर कार्डियो करने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन जैसे कार्टिसोल बढ़ने लगते हैं। बिस्तर पर लेटने के बाद भी यह हॉर्मोन आपको एक्टिव रखते हैं। जिसकी वजह से नींद की क्वॉलिटी पर बुरा असर पड़ता है।
शरीर में दर्द बने रहना
किसी भी दूसरी एक्सरसाइज कि तरह कार्डियो को भी अगर ज्यादा किया जाए तो चोट लगने की संभावना रहती है। यह नुकसान छोटा या बड़ा भी हो सकता है। अक्सर छोटे-मोटे दर्द की हम अनदेखी कर देते हैं, लेकिन शरीर में होने वाला हर दर्द कुछ कहता है। उसका कोई न कोई कारण जरूर होता है। अच्छा होगा अगर आप इस बात को किसी फिजियोथेरेपिस्ट या अपने कोच से जरूर बताएं। हो सके तो उनसे अपॉइंटमेंट लेकर जितना जल्दी हो सके इसका इलाज करवा लें।
वेट लॉस नहीं हो रहा तो
ज्यादा कार्डियो करने की वजह से शरीर मसल्स खो देता है और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। नतीजतन शरीर में फैट जलने की प्रक्रिया पर असर पड़ता है इसलिए आपका वेट लॉस भी पहले के मुकाबले धीमा हो जाता है।
सामान्य से दिन भी अधिक कठिन हो जाते हैं
यह मुमकिन है क्योंकि शरीर अभी पिछले दिन के ज्यादा कार्डियो एक्सरसाइज से रिकवर नहीं कर पाया जाता है और आप अगले दिन फिर से इसे उसी रूटीन पर डाल रहे होते हैं, इसलिए थोड़ा रूक कर इसे दोबारा शुरू करें।
अगर धड़कनें तेज हो रही हैं तो
अगर आप अपनी हार्ट बीट को रोज़ सुबह उठने के बाद मॉनिटर करते वक्त पाते हैं कि वह 4 से 5 दिनों तक लगातार हाई रहती है। तब यह आपके लिए खतरे की घंटी है और आप अब समझ जाएं कि यह ज्यादा कार्डियो करने के कारण ही हो रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि आपके दिल कि मसल्स आराम करना भूल जाती है। यह भी भूल जाती है कि कौन-सा समय आराम करने का है। यह मसल्स आपके हार्ट-रेट को हमेशा बढ़ाकर रखती है।