फिट रहने के लिए हेल्दी डाइट के साथ डिब्बाबंद प्रोडक्ट्स के बारे में इन बातों को भी जानना है जरूरी
फिट रहने के लिए जरूरी है जंक फूड से दूरी बनाना और हेल्दी खानपान की आदतों को अपनाना। इस क्रम में यह समझना भी जरूरी है कि डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों की ओर भी ध्यान देना जानिए कैसे?
आजकल बढ़ते प्रदूषण और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से एक ओर जहां मोटापा, दिल की सेहत और डायबिटीज की समस्याएं बढ़ रही हैं तो वहीं दूसरी ओर लोग भी हेल्थ को लेकर सजग हुए हैं। हेल्दी खानपान उनकी प्राथमिकता है। जांच परखकर वे ऐसी खाद्य वस्तुएं ही खरीदना चाहते हैं, जो हेल्दी हों, पर समस्या यह है कि कंपनियां अपने खाद्य पदार्थों को इस तरह पेश करती हैं कि लगता है कि वे हेल्दी हैं, जबकि हकीकत कुछ और ही होती है। ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी है कि डिब्बाबंद या आकर्षक पैकिंग में बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थों के लेबल में दी गई जानकारी का असल में मतलब क्या है।
न करें आंख मूंदकर भरोसा
आमतौर पर खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स के फ्रंट लेबल पर उसके स्वास्थ्य संबंधी फायदों को बढ़ा-चढ़ाकर उपभोक्ताओं को भ्रमित करने का प्रयास करती हैं। इसलिए उस पर आंख मूंदकर भरोसा कभी न करें। हर कंपनी अपने उत्पाद को दूसरे से बेहतर बनाने की जुगत में कई बात ऐसी बातें भी लिख जाती हैं, जो केवल झूठ होती हैं। ऐसा आमतौर पर ब्रेकफास्ट सीरियल्स या नमकीन स्नैक्स बनाने वाली कंपनियां अधिक करती हैं। बेहतर होगा कि फ्रंट लेबल को अनदेखा ही कर दें।
सामग्री की लिस्ट पर गौर करें
आमतौर पर कंपनियां अपने खाद्य उत्पाद में सबसे अधिक मात्रा में इस्तेमाल सामग्री का जिक्र सबसे पहले करती हैं। इसके बाद अपेक्षाकृत कम मात्रा में इस्तेमाल सामग्रियों का जिक्र रहता है। इसका मतलब है कि सबसे पहले जिन सामग्रियों का जिक्र आता है, मुख्यत: उनके इस्तेमाल से वह खाद्य पदार्थ निर्मित है। खाद्य पदार्थ कितना हेल्दी है यह जानने के लिए शुरुआती तीन-चार सामग्रियों पर गौर करने से ही आपको इस बारे में अंदाज लग जाएगा। अगर शुरुआती सामग्री में रिफाइंड ग्रेंस, शुगर और ऑयल का जिक्र हो तो इसका अर्थ है कि वह खाद्य पदार्थ अनहेल्दी है। बेहतर होगा कि ऐसे खाद्य पदार्थ चुनें जिसकी सामग्री में मुख्य रूप से साबुत अनाज का जिक्र किया जाए। इसी प्रकार अगर सामग्री की लिस्ट बहुत लंबी है तो इस संभावना को बल मिलता है कि वह खाद्य पदार्थ काफी प्रोसेस्ड है। इसलिए अनहेल्दी है।
सर्विंग साइज पर ध्यान दें
खाद्य पदार्थों के लेबल पर सर्विंग साइज और उससे मिलने वाली कैलोरीज और पोषक तत्वों का भी जिक्र रहता है। आमतौर पर यह देखा गया है कि कंपनिया जो सर्विंग साइज बताती हैं, वास्तव में हम एक बार में उससे कहीं अधिक मात्रा में सेवन कर जाते हैं। ऐसा आमतौर पर चॉकलेट कुकीज, केक, नमकीन इत्यादि के साथ होता है। इस प्रकार कम सर्विंग साइज बताकर कंपनियां उससे प्राप्त होने वाली कैलोरीज को लेकर उपभोक्ताओं को भ्रमित करती हैं। कंपनी के लेबल से इतर वास्तव में खाद्य पदार्र्थ का सर्विंग साइज अधिक होता है और उससे प्राप्त होने वाली कैलोरीज भी अधिक रहती हैं। इसलिए सर्विंग साइज को समझकर उससे प्राप्त होने वाली कैलोरीज का अंदाजा लगाएं।