आपको सेहतमंद रखने के साथ ही वातावरण को भी शुद्ध रखते हैं ये 5 पेड़-पौधे
ठंडी हवा छांव देने के साथ ही पीपल बरगद के विशाल पेड़ भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन उत्सर्जन का भी काम करते हैं। यहां तक कि छोटा सा तुलसी का पौधा भी ऑक्सीजन का बेहतरीन स्त्रोत है। इसलिए हमें अपने आसपास इन पौधों को जरूर लगाना चाहिए।
ऑक्सीजन हमारे लिए कितना जरूरी है इसकी समझ अब लोगों को बखूबी आ चुकी है। हमारे वातावरण में फैली ऑक्सीजन एक स्वस्थ मनुष्य के लिए काफी होती है लेकिन किसी बीमार व्यक्ति के लिए यह काफी नहीं इसलिए लोगों को योग, प्राणायाम करने की सलाह दी जा रही है जिससे बॉडी को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन मिल सके। लेकिन आप जानते ही होंगे पेड़-पौधों ऑक्सीजन का सबसे बेहतरीन स्त्रोत हैं। तो आज हम कुछ ऐसे पेड़-पौधों के बारे में जानेंगे जो वातावरण ही नहीं आपकी बॉडी भी शुद्ध करने का काम करते हैं।
तुलसी
ज्यादातर घरों के आंगन में तुलसी का पौधा लगा हुआ देखने को मिल जाएगा। तुलसी का पौधा कई मायनों में हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है साथ ही ऑक्सीजन का भी बेहतरीन स्त्रोत। तुलसी का छोटा सा पौधा न सिर्फ दिन में बल्कि रात में भी ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है। इसलिए इसे घर में जरूर लगाएं।
नीम का पेड़
सुंदरता बढा़ने, स्किन इंफेक्शन दूर करने के लिए सबसे पहले नीम के पत्ते ही इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। और बात जहां तक ऑक्सीजन की है तो आपको बता दें कि नीम का पेड़ लगभग 22 घंटे ऑक्सीजन उत्सर्जन का काम करता है।पीपल का पेड़
हमारे देश में पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है। धार्मिक महत्व के अलावा ज्यादा ऑक्सीजन उत्सर्जन की वजह से भी ये खास है। ऐसा माना जाता है कि पीपल का पेड़ पूरे 24 घंटे ऑक्सीजन छोड़ता है।
बरगद का पेड़
बरगद को भारत में राष्ट्रीय वृक्ष माना गया है। ये भी लगभग 22 घंटों तक ऑक्सीजन का निर्माण करता है। कहा जाता हैं ये पेड़ जितना ज्यादा विशाल होता है उतनी ही ज्यादा ऑक्सीजन का निर्माण करता है।
अशोक का पेड़
बेशक पीपल, बरगद और नीम की तरह यह बहुत घना नहीं होता है लेकिन फिर भी ये काफी मात्रा में ऑक्सीजन का निर्माण करता है। ऑक्सीजन देने के साथ ही ये हानिकारक गैसों को एब्जॉर्ब कर वातावरण को शुद्ध बनाता है।
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