6 Minute Walk Test: क्या है 6 मिनट वॉक टेस्ट, कैसे पर रहकर कैसे ऑक्सीजन स्तर जानें?
6 Minute Walk Test कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान हमने देखा यह संक्रमण हमारे फेफड़ों पर किस तरह अटैक करता है जिससे कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ सांस फूलना या ऑक्सीजन का स्तर लगातार गिरने जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। 6 Minute Walk Test: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा कर रख दिया। इस दौरान लाखों लोगों ने इस बीमारी की वजह से अपनों को खोया। वहीं, इससे ज़्यादा लोगों ने कोविड-19 से जंग लड़ी और जीत हासिल की। अप्रैल और मई के महीने में हर दिन कोरोना के 4 लाख से ज़्यादा मामले दर्ज किए जा रहे थे। हालांकि, लॉकडाउन की मदद से अब मामले एक लाख से भी कम हो गए हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम कोरोना से जंग जीत चुके हैं। लड़ाई अब भी जारी है, इसलिए मास्क, हाथों की स्वच्छता, शारीरिक दूरी बनाना और ज़रूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने जैसे एहतियात बरतना ज़रूरी हैं। साथ समय आने पर वैक्सीन भी ज़रूर लगवा लें।
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान हमने देखा यह संक्रमण हमारे फेफड़ों पर किस तरह अटैक करता है, जिससे कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना या ऑक्सीजन का स्तर लगातार गिरने जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा। हम लोग विटामिन्स के साथ सेहतमंद डाइट और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज़ ज़रूर कर रहे हैं, लेकिन साथ ही हल्के लक्षण दिखने पर ही टेस्ट ज़रूर करा लेना चाहिए।
इस मुश्किल समय में सरकार भी लोगों को फेफड़ों की स्थिति जानने के लिए आसान-सा 6 मिनट का टेस्ट लेने की सलाह दे रही है। सरकार यह भी चाहती है कि लोगों में 6 मिनट टेस्ट को लेकर जागरुकता पैदा हो, ताकि कोविड-19 होने पर वे घर पर आसानी से इसे कर सकें।
मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जो लोग कोविड-19 पॉज़ीटिव पाए जाते हैं, उन्हें अपना ऑक्सीजन स्तर ऑक्सीमीटर की मदद से दिन में कई बार चेक करने चाहिए। लोग अपनी उंगली में ऑक्सीमीटर लगाकर भी 6 मिनट का वॉक टेस्ट कर सकते हैं।
कैसे करें म मिनट वॉक टेस्ट
- ऐसे कपड़ें और जूते पहनें, जो हल्के और आरामदायक हों।
- आप सहारे के लिए केन, टंडे या वॉकर का सहारा ले सकते हैं।
- टेस्ट लेने से पहले हल्का खाना खा लें।
- इसे करते समय आप अपनी दवाइयां ले सकते हैं।
- टेस्ट करने से दो घंटे पहले किसी भी तरह का व्यायाम न करें।
टेस्ट कैसे लें
अपनी इंडेक्स या बीच की उंगली पर ऑक्सीमीटर पहन लें, अब एक समान सतह पर बिना रुके 6 मिनट के लिए चलें। छह मिनट के बाद, यदि ऑक्सीजन का स्तर नीचे नहीं जाता है, तो व्यक्ति को स्वस्थ माना जाता है।
अगर ऑक्सीजन का स्तर एक या दो प्रतिशत कम हो जाए, तो घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। इस मामले में एक्सपर्ट्स की राय है कि मरीज़ को दिन में एक या दो बार ये टेस्ट ज़रूर कर लेना चाहिए, ताकि हालत पर निगरानी रखी जा सके। अगर ऑक्सीजन का स्तर 93 प्रतिशत के नीचे या 3% कम हो जाता है, तो इसका मतलब है कि व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत आ रही है और उसे फौरन मेडिकल हेल्प की ज़रूरत है।
जो लोग अस्थमा से पीड़ित है, उन्हें ये टेस्ट नहीं करना चाहिए। साथ ही, अगर आपकी उम्र 60 वर्ष से अधिक, तो 6 मिनट की जगह तीन मिनट तक ही चलें।
दिन में कितनी बार ऑक्सीजन स्तर जांचना चाहिए?
अगर आप कोविड पॉज़ीटिव हैं, तो दिन में हर 6 घंटे बाद ऑक्सीजन स्तर जांचना चाहिए। अगर आपका स्तर 95 या 94 है, तो 6 घंटे का इंज़ार न करें और हर थोड़ी देर में जांचें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।