Move to Jagran APP

Vaccine की दोनों डोज लेने के बाद अब Booster लगवाना हमारे लिए कितना जरूरी है?

जिस तरह से कोरोना का प्रभाव देखने को मिल रहा है उससे तो यह साफ है कि अगले कुछ सालों तक यह लोगों की जिंदगी से जाने वाला नहीं है। वजह यह है कि vaccine के बाद लोग निश्चिंत हो गए हैं कि उन्हें अब कुछ नहीं होने वाला।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 11 Jan 2022 07:25 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 03:38 PM (IST)
Vaccine की दोनों डोज लेने के बाद अब Booster लगवाना हमारे लिए कितना जरूरी है?
Vaccine की दोनों डोज लेने के बाद अब Booster लगवाना हमारे लिए कितना जरूरी है?

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। एक बार फिर देश में Coronavirus के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में लगभग 1.80 लाख नए मामले सामने आए और नए वेरिएंट Omicron के मरीजों की संख्या 4000 के पार हो चुकी है। समय-समय पर जिस तरह से कोरोना का प्रभाव देखने को मिल रहा है, उससे तो यह साफ है कि अगले कुछ सालों तक यह लोगों की जिंदगी से जाने वाला नहीं है। इसकी वजह यह है कि vaccine लगवाने के बाद लोग इस बात को लेकर निश्चिंत हो गए हैं कि “उन्हें अब कुछ नहीं होने वाला। अब वह बिना मास्क और Social Distancing के नियमों को मानें कुछ भी कर सकते हैं।” आप बताएं कि लोगों की यही सोच क्या वर्तमान स्थिति की मुख्य वजह है? इस विषय पर Koo पर अपने विचार जरूर साझा करें।

prime article banner

यह तथ्य स्वीकार्य है कि Vaccination के बाद कोरोना से मौत का खतरा बहुत कम होता है। लेकिन शरीर पर संक्रमण का प्रभाव रहेगा, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। इसलिए हमेशा आपके पास वैक्सीन रूपी सुरक्षा कवच रहना चाहिए। तीसरी लहर और उभरते ओमिक्रॉन वेरिएंट की चिंताओं के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 25 दिसंबर को वैक्सीन की 'एहतियाती खुराक' (precautionary dose) यानी बूस्टर डोज देने की घोषणा की थी।

कौन होंगे बूस्टर डोज के लिए पात्र

10 जनवरी से लोगों को बूस्टर डोज़ लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब सवाल यह है कि कौन-कौन से लोग इसके लिए पात्र होंगे। इसका सीधा सा जवाब है कि जिन्होंने 9 महीने पहले खुद को वैक्सीनेट किया था, वह ही सबसे पहले बूस्टर के लिए पात्र होंगे। इसका मतलब यह हुआ कि डॉक्टर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक, जिन्होंने सबसे पहले वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई थीं, वहीं बूस्टर पहले लगवाएंगे। आप बताएं वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद बूस्टर कितना जरूरी है? क्या डोज के बाद डोज लेना हमारे जीवन का हिस्सा बन जाएगा। इस विषय पर Koo पर अपने विचार जरूर साझा करें।

लोगों के मन में एक सवाल और है कि तीसरी डोज यानी Booster क्या कोई अलग वैक्सीन होगी? इसका जवाब है, नहीं। आपको बूस्टर के रूप में वही वैक्सीन लगाई जाएगी, जिसकी आपने पहले दोनों डोज ली हुई थीं। अगर आपने 9 महीने पहले कोविशील्ड की डोज ली हुई थी तो आपको कोविशील्ड लगाई जाएगी और अगर आपने कोवैक्सिन ली हुई थी, तो आपका बूस्टर भी इसी वैक्सीन का होगा। हालांकि, बूस्टर शॉट के रूप में मिक्स डोज पर भी विचार किया जा रहा है। क्या यह सही होगा, इस विषय पर भी आप जरूर राय दें।

कोरोना की वर्तमान स्थिति हर किसी को डरा रही है क्योंकि लोग बार-बार के लॉकडाउन, कर्फ्यू लगने, स्कूल-कॉलेज, ऑफिस-मार्केट के बंद होने से काफी परेशान हैं, लोग ट्रैवल नहीं कर पा रहे हैं। लोगों के मन में कई सवाल उभर रहे हैं कि क्या हमारी ऐसी ही जिंदगी चलने वाली है? क्या कभी ऐसी दवा नहीं बनेगी जो कोरोना का हमेशा के लिए अंत कर दे? इस विषय पर आप क्या सोचते हैं, Koo करके अपने विचारों से हमें अवगत करवाएं।

इसके अलावा फैलते कोरोना के संक्रमण की खबरों तथा दूसरी खबरों के लिए Dainik Jagran को Koo पर फॉलो करना न भूलें।

लेखक- शक्ति सिंह

Note - यह आर्टिकल ब्रांड डेस्‍क द्वारा लिखा गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.