सर्दी में सीने में जलन और खट्टी डकारें परेशान करती हैं तो इन 5 फूड्स से करें पाचन को दुरुस्त
ऑयली और मसालेदार फूड पाचन को बिगाड़ देते हैं जिसकी वजह से सीने में जलन और खट्टी डकारें आने की शिकायत रहती है। सर्दियों के मौसम मे बहुत सी ऐसी चीजें आती हैं जो पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में असरदार हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। सर्दी में हमारा खान-पान काफी हद तक बदल जाता है। इस मौसम में हम लिक्विड और पानी से भरपूर फल और सब्जियों का कम सेवन करते हैं जिसका सीधा असर हमारे पाचन पर पड़ता है। सर्दी में हम ऑयली, मसालेदार और जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं जिससे हमारा पाचन बिगड़ने लगता है। पाचन हमारे शरीर का अहम हिस्सा है जो हमारे खाने को पचाता है। ऑयली और मसालेदार फूड आसानी से पचते नहीं है जिसकी वजह से पाचन संबंधी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पाचन बिगड़ने पर अक्सर सीने में जलन और खट्टी डकारें आने की शिकायत रहती है। सर्दियों के मौसम मे बहुत सी ऐसी चीजें आती हैं, जो पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में असरदार हैं। आइए कुछ फ्रूड्स के बारे में जानते हैं जो पाचन को बेहतर रखने में मदद कर सकते हैं।
पाचन को बेहतर रखने में मददगार हैं ये चीजेंः
सेब का सिरका पाचन करेगा दुरुस्त:
सर्दियों के मौसम में एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका और शहद मिलाकर पीने से पाचन दुरुस्त रहेगा। इसका सेवन करने से गैस की समस्या से निजात मिलेगी।
केला का करें सेवन:
केला पाचन को दुरुस्त रखने में मददगार है। केले में पोटैशियम और ऐलेक्ट्रॉलाइट होता है जिससे बॉडी में पानी की कमी पूरी होती है और पाचन ठीक रहता है।
पपीता का करें सेवन:
पपीता पाचन को ठीक रखने में बेहद असरदार है। पपीते में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जो पाचन को ठीक रखता है, साथ ही अपच और गैस से निजात भी दिलाता है।
गाजर जरूर खाएं:
विटामिन और मिनरल्स से भरपूर गाजर सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। गाजर का जूस पाचन को ठीक रखता है। आप गाजर का इस्तेमाल कच्चा और पका कर दोनों तरह कर सकते हैं।
हींगः
एक चुटकी हींग गैस और अपच का बेहतरीन इलाज है। हींग को गर्म पानी में डालकर पीने से गैस और अपच की समस्या से निजात मिलती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।