मधुबनी और मंजूषा पेंटिंग युक्त मास्क से सजा बाजार, जानें- इनकी कीमत और महत्व
कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए दुनियाभर में कई बड़े ब्रांड भी मास्क बना रहे हैं जिनमें अरमानी ग्रुप भी शामिल है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कई एडवाइजरी जारी कर लोगों को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। इन सलाहों में मास्क पहनना, हाथ धोना और सामाजिक दूरी रखना मुख्य हैं। इससे मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है। इस मांग को देखते हुए बिहार की राजधानी पटना के पेंटिंग कलाकार मधुबनी और मंजूषा पेंटिंग वाले मास्क का निर्माण कर रहे हैं।
मधुबनी पेंटिंग दुनियाभर में प्रसिद्ध है। खासकर बिहार के मिथिला और उसके आस-पास के क्षेत्रों में यह बहुत प्रसिद्ध है। इन पेंटिंग में प्रकृति में मौजूद चीजों को उकेरा जाता है, जिनमें मछली, पक्षियां, जानवर, कछुए, सूर्य, चन्द्रमा, बांस, फूल और पेड़ की आकृतियां उकेरी जाती हैं। इसमें मछली की आंख और मुंह के अग्रभाग वाली पेंटिंग अति दर्शनीय होती हैं।
मास्क की कीमत 80-100 रुपये रखी गई है
जबकि मंजूषा पेंटिंग मुख्यतया भागलपुर जिले की है। इस पेंटिंग में वर्गाकार डिब्बे में पेंटिंग होती है। कई मास्क पर स्लोगन भी लिखे जा रहे हैं, ताकि लोगों में जागरूकता फैले। इन स्लोगनों में कोरोना को हराने की बात की जा रही है। बाजार में मधुबनी और मंजूषा पेंटिंग युक्त मास्क की कीमत 80-100 रुपये रखी गई है। इस बारे में स्मिता पराशर ने ANI को बताया कि हम मास्क बनाने के लिए सूती कपड़े का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्मिता पराशर मधुबनी पेंटिंग के लिए 25 साल और मंजूषा पेंटिंग के लिए 6 साल से काम कर रही हैं।
कई बड़े ब्रांड भी मास्क बना रहे हैं
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए दुनियाभर में कई बड़े ब्रांड भी मास्क बना रहे हैं, जिनमें अरमानी ग्रुप भी शामिल है। खबरों के अनुसार, अरमानी ग्रुप ने मेडिकल कर्मचारियों के लिए इटली स्थित अपने मैन्युफैक्चरिंग केंद्र में मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया है। जबकि हाल ही में चीन में एक फैशन शो में भी मास्क का प्रदर्शन किया गया है।