पितृपक्ष में करें सात्विक भोजन ये हैं चार विकल्प
पितृपक्ष ना सिर्फ ग्रह शुद्धि बल्कि आत्म शुद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण , जो सात्विक भोजन से ही संभव हैं जाने कौन से हैं चार सात्विक खाद्य।
हरी सब्जियां
सभी हरी सब्जियां जैसे लौकी तोरई और कद्दू सात्िवक भोजन का हिस्सा हैं। इससे पेट के विकार दूर होते हैं। इसलिए श्राद्धों में हरी सब्जियों का सेवन करें।
पूरा अनाज
पितृपक्ष में चना, उड़द आदि, दलिया भी सात्विक भोजन में आते हैं। गेंहू के आटे में जौ, चना या बीन का आटा मिला कर खायें तो और भी अच्छा है। लईया भी सात्विक भोजन में आती है। इनका भरपूर मात्रा में सेवन करें।
मौसमी फल
श्राद्धों में मौसम के फल जरूर खाने चाहिए। हां केला और चीकू कम ही खायें तो बेहतर होगा। पपीता, सेब, अनार, ककड़ी, आलू बुखारा, अमरूद, नासपाती, अन्नानास, संतरा और मौसमी खाना अच्छा रहता है।
दूध दही
इस दौरान डेयरी प्रोडेक्ट जैसे दूध, दही और मक्खन का सेवन करें। वैसे तो गाय का दूध सर्वोत्तम माना जाता है पर भैंस के दूध से भी कोई परहेज नहीं है। दही और मक्खन से बने व्यंजन भी खाने चाहिए।