डुकासाई में पेयजल को लिए मची हाय-तौबा
नोवामुंडी प्रखंड के बालीझोर पंचायत अंतर्गत डुकासाई गांव के 80 परिवार पिछले एक सप्ताह पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। यह सभी परिवार टेंपो के माध्यम से तीन सौ रुपये में पांच सौ लीटर पानी खरीदकर प्यास बुझा रहे हैं जो लोग मेहनत मजदूरी करके परिवार चला रहे हैं वे लोग स्टेट बैंक समीप टूटे पाइप से निकल रहे पानी ढोकर घर ला रहे हैं।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : नोवामुंडी प्रखंड के बालीझोर पंचायत अंतर्गत डुकासाई गांव के 80 परिवार पिछले एक सप्ताह पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। यह सभी परिवार टेंपो के माध्यम से तीन सौ रुपये में पांच सौ लीटर पानी खरीदकर प्यास बुझा रहे हैं, जो लोग मेहनत मजदूरी करके परिवार चला रहे हैं वे लोग स्टेट बैंक समीप टूटे पाइप से निकल रहे पानी ढोकर घर ला रहे हैं। कई लोग डीवीसी समीप काली मंदिर के पास से नलकूप से पानी ले रहे हैं।
मानसिंह बारजो ने बताया कि डुकासाई गांव टाटा स्टील के आदर्श गांव के रूप में चिन्हित किया गया है। गांव में मूलभूत सुविधा उपलब्ध करने की जिम्मेवारी अपने कंधे ले रखा है। पेयजल समस्या को लेकर इसी साल 29 जून के दिन टाटा स्टील महाप्रबंधक अतुल भटनागर से बातचीत के दौरान तत्कालीन टाटा स्टील एडमिनिस्ट्रेशन हेड अनिल उरांव को नए मोटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिए थे। उन्होंने पुराने मोटर को मरम्मत कर लगाने के बाद औपचारिकता पूरी कर दी। एक महीने के भीतर फिर से मोटर जल गई है। अनिल उरांव का स्थानांतरण हो गया परंतु अब तक कोई सुधि नहीं ली गई। बाबूराम सांडिल ने बताया कि टाटा स्टील प्रभावित गांव में सीएसआर के तहत मूलभूत सुविधा बहाल करने की बात करती है परंतु डुकासाई गांव में पेयजल उपलब्ध कराने में अक्षम साबित हो रहा है। मोदी गेट नाला समीप कुएं भी निर्मित की गई है। टाटा स्टील यूनिट हेड तुलसी दास गणबीर ने गांव तक पेयजल पहुंचाने के लिए टाल-मटोल जवाब दे रहे है। बताया कि टाटा स्टील मुख्य गेट में महिलाएं डेगची-बाल्टी लेकर आंदोलन करने की तैयारी कर रहे है।