शराब कारोबार खुदकशी मामले में उत्पाद अधीक्षक हिरासत में
पुलिस ने किरीबुरू के शराब कारोबारी हरिशंकर प्रसाद की खुदकशी के मामले में जिले के उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार और लाइसेंसी धर्मेंद्र को हिरासत में लिया है। सुसाइड नोट के आधार पर दोनों से पूछताछ की जा रही है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) : पुलिस ने किरीबुरू के शराब कारोबारी हरिशंकर प्रसाद की खुदकशी के मामले में जिले के उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार और लाइसेंसी धर्मेंद्र को हिरासत में लिया है। सुसाइड नोट के आधार पर दोनों से पूछताछ की जा रही है।
इस बीच दो बच्चों के साथ हरिशंकर की पत्नी रीना सिह शनिवार की सुबह बनारस से किरीबुरू पहुंची और सुधीर कुमार के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। वहीं पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हरिशंकर ने 12 दिसंबर, गुरुवार की रात घर में ही फांसी लगाकर खुदकशी की थी। सुसाइडल नोट में उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार को जिम्मेदार बताया था। 12 दिसंबर की बातचीत के बारे में अधीक्षक से पूछताछ : फिलहाल पुलिस की पूछताछ 12 दिसंबर को बैठक के बाद सुधीर कुमार और हरिशंकर प्रसाद के बीच अकेले में एक घंटे तक हुई बातचीत पर केंद्रित है। पुलिस ने अधीक्षक से पूछा कि शराब लाइसेंसी विक्रेता की बैठक के बाद सिर्फ हरिशंकर प्रसाद से ही एक घंटे तक अकेले में क्यों और क्या बातचीत की। इसके बाद ही उसने फांसी क्यों लगा ली। वैसे पुलिस सूत्रों का कहना है कि उत्पाद अधीक्षक के खिलाफ सुबूत मिले हैं। उसके हिसाब से ही पूछताछ कर रही है और आगे की कार्रवाई होगी।
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सालगिरह के दिन खुदकशी : हरिशंकर की पत्नी रीना सिंह ने बताया कि 12 दिसंबर को उनकी 13वीं सालगिरह थी। वे सुबह से ही खुश थे। वह बच्चे के साथ रिश्तेदार की शादी के सिलसिले में बनारस में थे। पति द्वारा फोन रिसीव नहीं करने पर उसने पड़ोसी को घर पर भेजा तो खुदकशी की जानकारी मिली।
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पत्नी का आरोप, नवंबर में लिया था 5.35 लाख घूस मृत हरिशंकर की पत्नी रीना सिंह का कहना है कि उनके पति से सुधीर कुमार ने नवंबर माह में 5.35 लाख रुपये घूस लिया था। इसके लिए उनके पास रुपये नहीं थे, लेकिन भाई गोर्वधन चौरसिया और राजकुमार चौरसिया से मांगकर दिया था। इसके बाद भी उन्हें और रुपये के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। बराबर फोन करके भी धमकी मिलती थी। रुपये के लिए उत्पाद अधीक्षक बराबर चाईबासा बुलाते थे। चार माह से तनाव में थे हरिशंकर
पत्नी का कहना है कि 25 लाख जुर्माना लगाने की धमकी से उसके पति गत चार माह से तनाव में थे। वे सभी बातों को घर पर आने के बाद बताया करते थे। अधीक्षक की हरकत से पूरे परिवार के लोग परेशान थे। शव को देखते ही बेहोश हो गई पत्नी : हरिशंकर की पत्नी और दो बच्चे शनिवार की सुबह बनारस से लौट गए। उसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। शव जब किरीबुरू आवास पर पहुंचा, तब पत्नी बार-बार बेहोश होने लगी। बच्चों की हालत खराब थी। पड़ोस के लोग उन्हें संभाल रहे थे। पूरा माहौल गमगीन था। कोट
आरोपित उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार और बड़ाजामदा के धर्मेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। कॉल डिटेल भी खंगाले जा रहे हैं। जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-इंद्रजीत माहथा, एसपी, पश्चिमी सिंहभूम