जंगली हाथी ने तोड़ा तीन मकान, अनाज किया नष्ट
वन विभाग के कर्मचारियों ने क्षतिग्रस्त मकानों के निरीक्षण के बाद नुकसान हुए घरेलू संपत्ति की सूची बनाकर ले गए।
जंगली हाथी ने तोड़ा तीन मकान, अनाज किया नष्ट
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : भीड़ से भटके जंगली हाथी ने मंगलवार रात को तीन मकानों को तोड़कर चावल व धान समेत घरेलू संपत्ति नष्ट कर दी। रुतागुटु गांव की विधवा महिला शनिवारी पुरती, सोनाराम पुरती व कादाजामदा गांव के सेलाय पुरती का नाम शामिल है। पूर्व मुखिया हिरामन पुरती की सूचना पर घटनास्थल पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने क्षतिग्रस्त मकानों के निरीक्षण के बाद नुकसान हुए घरेलू संपत्ति की सूची बनाकर ले गए। वन कर्मी ने जाते-जाते जंगली हाथियों को भगाने के लिए एक पैकेट पटाखा भी दिया। रुतागुटु गांव की शनिवारी पुरती ने बताया कि वह अपने चार बच्चों को लेकर नियमित की तरह रात को गहरी नींद में सो रही थी। तभी मकान की दीवार गिरने की आवाज से नींद खुल गई। उन्होंने अचानक उठकर देखी तो खुला आसमान दिखाई दी। दीवार टूट चुकी थी और सामने विशाल हाथी खड़ा था। बच्चों को खींचकर नींद से जगाने के बाद सभी को लेकर किसी तरह से भाग निकली। हल्ला होने के बाद आसपास के ग्रामीणों ने हाथी को किसी तरह भगया। उसके बाद रुतागुटु के सोनाराम पुरती के मकान को निशाना बनाया। मकान की दीवार तोड़ कर घर में रखे चावल व धान खा गया। नोवामुंडी वन विभाग के फोरेस्टर ने बताया कि मकान व घरेलू संपत्ति क्षतिपूर्ति के लिये विभाग में आवेदन आने के बाद उनपर अनुशंसा कर चाईबासा डीएफओ कार्यालय भेजा जयगा। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद मुआवजा मिलना तय है।