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ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बड़बिल-जोड़ा में दमदार असर, चक्के रहे जाम

केन्द्र सरकार की श्रम कृषक और जनहित विरोधी नीतियों के विरुद्ध देश की प्रमुख 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ एवं स्वतंत्र फेडरेशन की ओर से गुरुवार को की गई देशव्यापी 24 घंटे की आम हड़ताल चंपुआ जोड़ा बड़बिल और बोलानी सहित पूरे खनन क्षेत्रों में पूरी तरह सफल रही।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 07:31 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 07:31 PM (IST)
ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बड़बिल-जोड़ा में दमदार असर, चक्के रहे जाम
ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बड़बिल-जोड़ा में दमदार असर, चक्के रहे जाम

संवाद सूत्र, बड़बिल : केन्द्र सरकार की श्रम, कृषक और जनहित विरोधी नीतियों के विरुद्ध देश की प्रमुख 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ एवं स्वतंत्र फेडरेशन की ओर से गुरुवार को की गई देशव्यापी 24 घंटे की आम हड़ताल चंपुआ, जोड़ा, बड़बिल और बोलानी सहित पूरे खनन क्षेत्रों में पूरी तरह सफल रही। गुरुवार सुबह से ही मौसम में बदलाव, ठंड के बावजूद, बड़बिल सीटू नेता इंद्रमणि बेहेरा, इंटक नेता कपिल प्रसाद मोहंती, मोहम्मद बद्रुजमा, एटक नेता मुन्ना खान, अशोक कुमार ठक्कर, बरकतुल्लाह खान सहित विभिन्न संगठन के कार्यकर्ता नगर के प्रमुख चौक पर दलबल के साथ पिकेटिग करते देखे गए। इसके अलावा मौजूद ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे नगर में बाइक पर सवार होकर केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी की गई। पूर्व घोषित आम हड़ताल में औषधि, दुग्ध दूकानों, एंबुलेंस सेवा को छोड़कर नगर के सभी सरकारी, गैर सरकारी प्रतिष्ठान, बैंक, पेट्रोल पंप, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, बस सेवा एवं परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से बंद रही। परिवहन सेवा बंद रहने के कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लोग पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाते नजर आए।

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केंद्र की भाजपा सरकार ने मजदूरों के भविष्य को किया अंधकारमय : कांग्रेस

जागरण संवाददाता, चाईबासा : किसान और मजदूर हित जैसे महत्वपूर्ण विषयों को केंद्र की भाजपा सरकार ने सदन में बिना बहस के ही पारित कर लोकतंत्र की हत्या की है। श्रम कानून 2020 भी कृषि कानून की तरह मजदूर हित को दरकिनार कर पूरी तरह कारपोरेट हित को ध्यान में रखकर बनाया गया है। मातृत्व अवकाश, 8 घंटे के कार्य अवधि को बढ़ाकर 12 घंटे करना, विवाद के मामले में कंपनी द्वारा ही निपटारा करना, ट्रेड यूनियनों को खत्म करना पूरी तरह से चाइना की श्रम कानून से प्रेरित है। इसका विरोध पूरे देश भर में किया जा रहा है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्देशित श्रमिक विरोधी कानून के विरोध में एवं ट्रेड यूनियन संगठनों के समर्थन में जिला कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को शहीद पार्क चौक में विरोध-प्रदर्शन किया एवं नारेबाजी की। इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रंजन बोयपाई, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीला नाग, सांसद प्रतिनिधि त्रिशानु राय, जितेन्द्र नाथ ओझा, राकेश सिंह, महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव पूनम हेंब्रम, प्रखंड अध्यक्ष चंद्र मोहन गौड़, नीति गोडसोरा, सिकुर गोप, रूप सिंह बारी, पूर्व जिला सचिव निराकर बिरुवा, भीष्म मुंडा, नगर अध्यक्ष मुकेश कुमार, मो. सलीम, नारायण निषाद, विश्वनाथ गोप, चन्द्र शेखर प्रसाद, राजेन्द्र कच्छप, विजय सिंह तुबिद, जगदीश सुंडी, अर्श अली, नीरज कुमार झा, सुशील कुमार दास आदि उपस्थित थे।


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