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कोरोना की दूसरी लहर पर भारी पड़ा चक्रधरपुर रेल मंडल में कर्मचारियों का बुलंद हौसला

देश में कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसा कोहराम मचाया की कोई भी घर ऐसा नहीं बचा जहां संक्रमण के खतरे ने घंटी नहीं बजाई। कोरोना के खौफ में पूरा देश थम गया लेकिन रेलवे की गति मंद नहीं पड़ी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 07:57 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 07:57 PM (IST)
कोरोना की दूसरी लहर पर भारी पड़ा चक्रधरपुर रेल मंडल में कर्मचारियों का बुलंद हौसला
कोरोना की दूसरी लहर पर भारी पड़ा चक्रधरपुर रेल मंडल में कर्मचारियों का बुलंद हौसला

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : देश में कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसा कोहराम मचाया की कोई भी घर ऐसा नहीं बचा जहां संक्रमण के खतरे ने घंटी नहीं बजाई। कोरोना के खौफ में पूरा देश थम गया लेकिन रेलवे की गति मंद नहीं पड़ी। चक्रधरपुर रेल मंडल में भी कोरोना ने तांडव मचाया। रेल मंडल में बड़ी संख्या में रेलकर्मी संक्रमित हुए। जिसमें 50 से अधिक रेलकर्मियों की मौत हुई है। इसके बावजूद चक्रधरपुर रेल मंडल में कर्मचारियों का मनोबल नहीं टूटा। रेलकर्मियों ने कोरोना का डटकर सामना भी किया और देश की सेवा भी की।

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50 फीसद रेलकर्मियों ने लिया टीका

चक्रधरपुर रेल मंडल में 23 हजार रेलकर्मियों में से 50 प्रतिशत रेलकर्मियों को कोरोना रोधी टीका लग चुका है। उनमें से 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के 80 प्रतिशत रेल कर्मचारी टिका लगवाकर कोरोना से सुरक्षित हो गए हैं। रेलकर्मियों के 11 हजार आश्रितों को भी कोरोना टीका लग चुका है । रेलवे के चिकित्सा कर्मी और आरपीएफ भी सौ फीसदी टीका लगवाकर सुरक्षित हो चुके हैं। चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने खुशी जाहिर करते हुए कहा की रेल मंडल में तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है इसी का नतीजा है की टीका लगवाकर रेलकर्मी बड़ी संख्या में सुरक्षित हो चुके हैं। बहुत जल्द रेल मंडल के सभी कर्मचारी और उनके आश्रितों को सौ फीसदी टीका लगवाकर सुरक्षित कर दिया जाएगा ।

प्रत्येक दिन छह हजार रेक में हो रही माल ढुलाई

चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने बताया कि मंडल के द्वारा टाटा और राउरकेला से अबतक 180 से अधिक आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाकर देश के कोरोना पीड़ितों की जान बचाने का कार्य किया गया जो अब भी जारी है। रेल मंडल में दोगुनी रफ्तार से माल ढुलाई हो रही है। छह हजार रेक प्रत्येक दिन ढुलाई कर ना सिर्फ पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए गए बल्कि देश का खजाना भी कोरोना संकट काल में तेजी से भरने का काम रेल मंडल बखूबी कर रहा है। मंडल में रेलवे की आधारभूत संरचना को बदलने का काम भी बदस्तूर जारी है। इससे पता चलता है की चक्रधरपुर रेल मंडल के 23 हजार रेल कर्मचारी योद्धा की तरह ना सिर्फ कोरोना का मुकाबला कर रहे हैं। बल्कि देश की सेवा में दिन-रात काम कर रहे हैं ।


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