Move to Jagran APP

जंगल से पत्ता, दातुन व लकड़ी लाने गई महिलाओं को वन विभाग ने खदेड़ा

केरा वन प्रक्षेत्र अंतर्गत बुरुडीह जंगल में हुड़ागदा पंचायत के ट

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Oct 2021 07:59 PM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 07:59 PM (IST)
जंगल से पत्ता, दातुन व लकड़ी लाने गई महिलाओं को वन विभाग ने खदेड़ा
जंगल से पत्ता, दातुन व लकड़ी लाने गई महिलाओं को वन विभाग ने खदेड़ा

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : केरा वन प्रक्षेत्र अंतर्गत बुरुडीह जंगल में हुड़ागदा पंचायत के टेंटईपदा गांव की दर्जनों महिलाएं गुरुवार की दोपहर को पत्ता, दातून और जलावन की लकड़ी लाने गई थीं। वहां वन विभाग के कर्मियों ने महिलाओं से लकड़ी काटने की कुल्हाड़ी आदि को जब्त कर खदेड़ दिया। इसके विरोध में शुक्रवार को टेंटईपदा गांव में मुखिया विजय नाग एवं भाजपा नेता सह पूर्व विधायक शशि भूषण सामड की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि दो सालो से लॉकडाउन के कारण लोग पत्ता, दातून बेचकर अपना परिवार चला रहे हैं। वहीं गांव में जोमनामा (नुआ खाई) त्योहार मनाने के लिए गुरुवार को दर्जनों महिलाएं जंगल से पत्ता, दातून और जलावन की लकड़ी लाने गई थीं। इस बीच वाचर हीरालाल बोदरा ने वन विभाग को सूचना देकर बुलाया। इसके बाद वन विभाग के कर्मियों ने जंगल से महिलाओं को खदेड़ दिया। पूर्व विधायक शशि सामड ने कहा कि कोरोना के कारण लोगों को रोजी रोजगार नहीं मिल रहा है। परिवार चलाने के लिए आदिवासी गरीब महिलाएं जंगल से पत्ता, दातून लाकर बाजार में बेचती हैं और अपना परिवार चलाती हैं, लेकिन वन विभाग ग्रामीणों को लकड़ी तस्करी का आरोप लगाते हुए परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन के लिए आदिवासी की सरकार बनी, परंतु आदिवासियों को ही सरकार ने जल, जंगल और जमीन से दूर कर दिया है। इस कारण आज गरीब आदिवासियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

loksabha election banner

जंगल पर है लकड़ी माफियाओं का राज, वन विभाग साधे है चुप्पी :

मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि जंगल में बड़े-बड़े लकड़ी माफियाओं का राज बढ़ रहा है, परंतु माफियाओं को पकड़ने के बजाए वन विभाग गरीब आदिवासी महिलाओं को परेशान कर रही है। यह अन्याय है। इसके विरोध में ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे। जोमनामा त्योहार में पत्ता, दातून और लकड़ी की पूजा होती है, जिसे लाने के लिए 33 महिलाएं एकजुट होकर जंगल गई थीं। इसमें फूलमती नायक, पैदाश्वरी नायक, मुगडी कालिदी, बसंती कोई, सपनी बोदरा, शुरू सुंडी, रायमुनि गागराई, शुरू गागराई, सोमवारी बोदरा, शिवानी बोदरा, शीला बोदरा, राई कुई, लक्ष्मी बोदरा, मंजो बोदरा, बिरंग बोदरा, मंजारी बोदरा, कैरी पूर्ति, यमुना कुई बोदरा, सावित्री बोदरा, नानीका बोदरा, फूलमती बोदरा, बसंती सुंडी, हेमती बोदरा, जानो कुई, शुरू कोई, रादाई पूर्ति, सपानी बोईपाई, मेचो पूर्ति, रानी सुंडी, लक्ष्मी सुंडी, सुरजो टूटी, सुशील पूर्ति, नामेला बोदरा शामिल हैं।

------------------

वन विभाग ने ट्रक सहित 66 पीस साल लकड़ी का बोटा को किया जब्त

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : बंदगांव प्रखंड की बिरदा जंगल से शुक्रवार को सोंगरा वन प्रक्षेत्र के वनक्षेत्र पदाधिकारी बन्ने उरांव के नेतृत्व में वनकर्मियों ने एक ट्रक में लदे 66 पीस साल लकड़ी का बोटा को जब्त किया है। जब्त लकड़ी की कीमत लगभग ढ़ाई लाख रुपये बताई जा रही हैं। इस संबंध में वनपाल गुम्दी मुर्मू ने बताया कि सोंगरा वन क्षेत्र पदाधिकारी बन्ने उरांव को गुप्त सूचना मिली थी कि बिरदा जंगल में ट्रक पर लकड़ी लादा जा रहा है। जिसके बाद वन विभाग द्वारा टीम का गठन किया गया। रात्रि में ही वन विभाग की टीम बिरदा जंगल पहुंच गई। शुक्रवार की सुबह साढ़े चार बजे वन विभाग के कर्मियों ने देखा की एक ट्रक आ रही हैं। इसी दौरान वन कर्मियों को देखकर ट्रक के चालक एवं लकड़ी माफिया जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। इधर वनकर्मियों ने ट्रक जब्त कर लिया। जब्त ट्रक में 66 पीस साल का बोटा लदा हुआ था। ट्रक जब्त करने के बाद वन विभाग के कर्मियों ने उसे चक्रधरपुर सोंगरा वन प्रक्षेत्र कार्यालय ले आए। इधर जब्त लकड़ी को लेकर वन विभाग द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.