सब्जी नहीं बनाने के कारण डॉक्टर सीपी गुप्ता ने की थी पत्नी प्रशस्ति की पिटाई
टाटा स्टील अस्पताल में इलाजरत डॉक्टर सीपी गुप्ता की दूसरी पत्नी प्रशस्ति श्रीवास्तव को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : टाटा स्टील अस्पताल में इलाजरत डॉक्टर सीपी गुप्ता की दूसरी पत्नी प्रशस्ति श्रीवास्तव को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वह अपने पिता अनिल कुमार श्रीवास्तव और डॉक्टर के भाई के साथ गुरुवार को बनारस के लिए निकल गई है। प्रशस्ति श्रीवास्तव के गुरुवार को जरूरी सामान लेने के बाद सिक्युरिटी गार्ड ने टॉप कैंप स्थित डॉक्टर सीपी गुप्ता के बंगलो नंबर-37 में ताला लगा दिया है। प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि पति पहले से ही मुझसे मारपीट करता था। घटना की शाम को सब्जी नहीं बनाने से नाराज होकर पति ने मेरी पिटाई की थी। डॉक्टर ने सबसे पहले लात-घूसे से पिटाई की। उसके बाद मैं जान बचाने के लिए भागने लगी तो पूजा कमरे के दरवाजे के समीप से बाल खींचकर अंदर ले जाकर मारपीट की। दरवाजे में लटक रहे ताले से मारने के कारण मेरे चेहरे व सिर पर चोट लगी है। रात्री को मैंने फिर से घर से भागने की कोशिश की मगर हवा महल के समीप चौक पर वो मुझे पकड़कर घर ले आया। तारिणी नामक नौकरानी अच्छी है। उसने घटना की अगली सुबह आस-पड़ोस के लोगों को खबर कर बुला लिया। बाद में सिक्युरिटी गार्ड ने आकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। अभी तक अस्वस्थ होने के कारण देर तक बातचीत करने में असमर्थ हूं। अस्पताल से भी छुट्टी मिल गई है। गुरुवार को मेरे पिता व डॉक्टर के भाई के साथ बनारस के लिए निकल रही हूं। चाईबासा कोर्ट आकर एटेंड करना काफी मुश्किल होगा। इसी को लेकर अपने मायके जाकर बनारस में मामला दर्ज कराऊंगी। यहां बता दें कि डॉ. सीपी गुप्ता ने दो शादी की है। पहली पत्नी ने सीतामढ़ी में डॉक्टर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है। इस मामले में सीतामढ़ी पुलिस आरोपित डॉक्टर को नोवामुंडी थाने से अपनी अभिरक्षा में लेकर बुधवार को ही सीमामढ़ी लेकर चली गई है।