टाटा कॉलेज के संस्थापक पूर्ण चंद्र बिरुवा के जीवन पर लिखी पुस्तक का विमोचन
टाटा कॉलेज परिसर में आदिवासी हो समाज सेवानिवृत्त संगठन की अगुवाई में आदिवासी हो समाज महासभा युवा महासभा छात्र संगठन व विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने टाटा कॉलेज के संस्थापक सचिव श्रद्धेय पूर्ण चंद्र बिरुवा का जयंती गुरुवार को मनाई।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : टाटा कॉलेज परिसर में आदिवासी हो समाज सेवानिवृत्त संगठन की अगुवाई में आदिवासी हो समाज महासभा, युवा महासभा, छात्र संगठन व विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने टाटा कॉलेज के संस्थापक सचिव श्रद्धेय पूर्ण चंद्र बिरुवा का जयंती गुरुवार को मनाई। आदिवासी हो समाज युवा महासभा की टीम की ओर से सामूहिक गोवारी एवं पूर्व सेवानिवृत संगठन अध्यक्ष सह पुजारी हरिश्चंद्र सिरका ने बोंगा-बुरू कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि टाटा कॉलेज का प्राचार्य एससी दास एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य कस्तूरी बोयपाई, बिहार विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर देवेंद्र नाथ चांपिया सहित विभिन्न संगठन के प्रतिनिधियों के साथ पूर्ण चंद्र बिरुवा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया। एससी दास ने कहा कि समग्र बिहार में पटना और रांची कॉलेज के बाद कोल्हान क्षेत्र में पूर्ण चंद्र बिरूवा ने उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज की स्थापना कर समाज के लोगों को अवसर दिया है। उन्होंने शैक्षणिक क्षेत्र के अलावा बेहतर समाज के निर्माण में अतुलनीय योगदान दिया है। समाज में आज इन्होंने इतिहास रचाया है, समाज को पत्रकारिता व पुस्तक आदि के माध्यम से इनके मान-सम्मान में प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है। पूर्व प्राचार्य कस्तूरी बोयपाई ने कहा कि बिरुवा कॉलेज भवन के निर्माण के लिए जमीन की उपलब्धता को लेकर समाज की अगुवाई एवं फंड की व्यवस्था के लिए सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक तथा औद्योगिक जगत को माध्यम बनाया। समाजहित और एकसूत्र में लिया गया कदम प्रशंसनीय एवं नई पीढ़ी के लिए लाभदायक है। इस बीच कार्यक्रम में अतिथियों ने पूर्णचंद्र बिरूवा के जीवनी पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर केसी बिरुली, सुखलाल पुरती, घनश्याम गागराई, यदुनाथ तियु, सेलाय हो, शैलेंद्र हेंब्रम, चैतन्य कुंकल, डॉ. शिवशंकर बिरुवा, मानसिंह सामड, राजेश बिरुवा, भूषण पाट पिगुवा आदि मौजूद थे।