मनोहरपुर में खनन विभाग के आने की भनक से बालू तस्कर हुए सतर्क
आनंदपुर व मनोहरपुर प्रखंड में अवस्थित कोयल नदी के विभिन्न घाटों से बेखौफ डंपर व ट्रैक्टरों से अवैध रूप से बालू तस्करी जारी है। साथ ही तस्कर बड़े पैमाने पर बालू का भंडारण भी कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, आनंदपुर : आनंदपुर व मनोहरपुर प्रखंड में अवस्थित कोयल नदी के विभिन्न घाटों से बेखौफ डंपर व ट्रैक्टरों से अवैध रूप से बालू तस्करी जारी है। साथ ही तस्कर बड़े पैमाने पर बालू का भंडारण भी कर रहे हैं। अलबत्ता मनोहरपुर के नंदपुर, गोपीपुर, तिरला गांव में फुलाई एस ब्रिक्स उद्योग चलाने वाले लोग भी अपने परिसर में अवैध रूप से बालू का भारी पैमाने पर स्टाक कर रहे हैं। बीते बुधवार को मनोहरपुर में खनन विभाग की टीम के आने की खबर मिलने पर अवैध बालू कारोबारी सतर्क हो गए और छापेमारी टीम को चाईबासा बैरंग वापस लौटना पड़ा। चूंकि स्थानीय प्रशासन व खनन विभाग को चकमा देने के लिए बालू तस्करों ने अब एक नया रास्ता निकाला है। अवैध बालू कारोबारी अब दिन के बदले अहले सुबह व रात के अंधेरे में बालू तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। मनोहरपुर में कोयल नदी के तिरला, खुदपोस, गोपीपुर, सिमिरता, डोमलाई एवं धानापाली स्थित बिपुलकुदर के अवैध बालू घाटों में रोजाना दर्जनों डंपर एवं दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टरों से अवैध बालू तस्करी जारी है। वहीं मनोहरपुर में जिला खनन विभाग की गोपनीय छापेमारी टीम के आने की भनक मिल जाने से विभाग भी अवैध बालू तस्करी को रोकने में नाकामयाब है। जिससे राज्य सरकार को लाखों के राजस्व की क्षति पहुंच रही है। इसपर लगाम लगाने को लेकर स्थानीय प्रशासन और खनन विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई नहीं होने से बालू तस्करों में इसका जरा भी खौफ नहीं है। अवैध बालू कारोबारी प्रशासन व खनन विभाग को ठेंगा दिखाकर बेखौफ बालू की तस्करी कर रहे हैं। जिससे बालू तस्करों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
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मनोहरपुर में अवैध बालू तस्करी एक गंभीर मामला है। इसपर रोक लगाने के लिए विभाग भी पूरी तरह सजग है। बावजूद मनोहरपुर में छापेमारी टीम के आने की भनक मिल जाने से विभाग उनपर कड़ी कार्रवाई नहीं कर पा रही है। उनपर निश्चित तौर पर कारवाई होगी।
- निशांत कुमार, जिला खनन पदाधिकारी, प. सिंहभूम ।