परमेश्वर के परम पुत्र प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को किया नमन
वैश्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए इस बार 2 अप्रैल को गुड फ्राइडे का त्योहार मनाया गया।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : वैश्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए इस बार 2 अप्रैल को गुड फ्राइडे का त्योहार मनाया गया। सीएनआइ और जीईएल चर्च प्रबंधन ने कोविड-19 की मारकता को देखते हुए इस साल गुड फ्राइडे और ईस्टार संडे पर चर्च व कब्र में प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं किया गया। जीईएल चर्च के पुरोहित पादरी सीके मरांडी ने बताया कि मसीहियों ने अपने घरों में ही प्रार्थना की और परमेश्वर व पूर्वजों को नमन किया। वहीं तेजी से फैली रहे संक्रमण के मद्देनजर प्रार्थना सभा में भीड़ को कम करने के लिए इस साल शहर में दो जगह रोमन कैथोलिक चर्च यानी ºीस्त राजा गिरजाघर और कारमेल विद्यालय में प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ।इन दोनों जगह सुबह 7 बजे प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। रोमन कैथोलिक चर्च में फादर जॉनी पी देवासिया और कारमेल विद्यालय में मुख्य पुरोहित फादर चोन्हास खालको की अगुवाई में प्रार्थना हुई। इस दौरान मानवता के कल्याण के लिए क्रूस के 14 रास्ते के विभिन्न पड़ावों को प्रदर्शित किया गया। बताया गया कि प्राणी मात्र के लिए यीशु ने अपने प्राणों की आहुति दी, सूली पर चढ़े। हर पड़ाव पर प्रभु यीशु मसीह का गुणगान गीत गाकर किया गया।
मानवता के लिए क्रूस पर चढ़ यीशु ने दिया बलिदान इस दौरान परमेर्श्वर पुत्र के दंड भोगने पर मनन चितन किया गया और क्रूस के हर पड़ाव पर सामूहिक प्रार्थना की गई। इस दौरान मुख्य रूप से सिस्टर माइकेल, सिस्टर जगरानी, सिस्टर अनिमा, सिस्टर मोनिका समेत कारमेल व संत अंजला अस्पताल की सिस्टर, अनुयायी मौजूद रहे। इधर पोड़ाहाट अनुमंडल के मनोहरपुर, सोनुवा, गोईलकेरा, बंदगांव, गुदड़ी, चिरिया एवं आनंदपुर क्षेत्र में भी गुड फ्राई डे मनाया गया।