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ट्रेन के एक स्लीपर कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में आठ मरीजों का होगा इलाज

तेजी से फैलती महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारतीय रेल ने ट्रेनों के स्लीपर कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदलने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 08:14 PM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 08:14 PM (IST)
ट्रेन के एक स्लीपर कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में आठ मरीजों का होगा इलाज
ट्रेन के एक स्लीपर कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में आठ मरीजों का होगा इलाज

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : तेजी से फैलती महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारतीय रेल ने ट्रेनों के स्लीपर कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदलने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन यार्ड में लाकर रखे गए कुल 20 स्लीपर कोच को बतौर आइसोलेशन वार्ड में बदले का कार्य चल रहा है। कैरेज एंड व वैगन शॉप के रेलकर्मी इन कोचों में बीच की बर्थ को हटा कर आइसोलेशन वार्ड बना रहे हैं। इतना ही नहीं कोच के दो बेड के बीच एक वेंटीलेटर लगाने की जगह बनाई जा रही है। इसके अलावा कोच के टॉयलेट से लेकर इलेक्ट्रिक सिस्टम तक को अपडेट किया जा रहा है। कोच में क्रॉस वेंटीलेशन के दौरान मच्छरों और धूल मिट्टी से बचाव के लिए खिड़कियों पर जाली लगाई जाएगी। साथ ही साथ इमरजेंसी अलार्म और मेडिकल उपकरण लगाने की जगह बनाई जा रही है। ये सारे कार्य पांच से सात दिनों के भीतर पूरे हो जाएंगे। एक कोच में आठ मरीजों की सुविधा

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एक आइसोलेशन कोच में कम से कम आठ और अधिक से अधिक 16 मरीजों का एक साथ इलाज किया जा सकेगा। एक केबिन में दो मरीज को एक साथ रखा जा सकता है। रेलवे कोच को मेडिकल सुविधाएं जैसे बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिकल किट, वेंटिलेंटर आदि से लैस करेंगी। इसके साथ ही कोच में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा।


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