सीएए देश हित में, विरोध करने वालों पर हो कानूनी कार्रवाई : लक्ष्मण गिलुवा
चाईबासा के गांधी मैदान में रविवार को सीएए के समर्थन में जागरण समिति की ओर से सुबह 11 बजे से एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। यहां सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद पहले धारा 370 हटाया गया था।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : चाईबासा के गांधी मैदान में रविवार को सीएए के समर्थन में जागरण समिति की ओर से सुबह 11 बजे से एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। यहां सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद पहले धारा 370 हटाया गया था। इसके बाद तीन तलाक को संशोधित किया गया। 12 दिसंबर को सीएए को संशोधित किया गया। कांग्रेस के 55 सांसदों ने सदन के भीतर इसको लेकर हंगामा नहीं किया। अब बिल पास होने पर वे हंगामा कर रहे हैं। सीएए देश हित में है। इसका विरोध करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। पूर्व सांसद पप्पू यादव के बारे में कहा कि उनकी बिहार में नहीं चल रही है तो चाईबासा के लोगों को बरगलाने आए थे। भाजपा के पूर्व प्रत्याशी जेबी तुबिद ने कहा कि सीएए का विरोध करके कांग्रेस की ओर से देश में हथियारों के सौदागरों को बसाने की योजना है। कम्युनिस्ट पार्टी समाप्त हो गई है। अगर देश में रहना है तो संविधान को मानना होगा। संविधान को नहीं मानने वाले देशद्रोही का काम कर रहे हैं। सीएए में किसी को भी देश से बाहर निकलने की बात नहीं की गई है। सभा में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक, जवाहरलाल बांड्रा, पूर्व प्रत्याशी भूषण पाट पिगुवा, भाजपा जिला अध्यक्ष मनीष राम, जितेंद्र मधेशिया, विकास मिश्रा, संजय पांडेय, गीता बालमुचू, अनुप सुल्तानिया आदि मौजूद थे।
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आमसभा में खाली कुर्सियों ने किया आयोजकों को निराश
जागरण समिति की ओर से इस जनसभा को सफल बनाने के लिए पिछले एक सप्ताह से तैयारी चल रही थी मगर जिला प्रशासन की ओर से जुलूस पर पाबंदी लगा देने के बाद केवल जनसभा की अनुमति प्रदान की गयी थी। जनसभा में आशा के अनुरूप लोग नहीं पहुंचे। मैदान में काफी संख्या में कुर्सियां खाली पड़ी थीं। सभा में बमुश्किल 100 लोग ही उपस्थित थे। इतनी ही संख्या में आमसभा के दौरान पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी। यहां पांच अधिकारियों को मजिस्ट्रेट के रूप में तैनाती की गई थी। इसमें एसडीओ परितोष ठाकुर के अलावा चाईबासा सदर के सीओ, जगन्नाथपुर के बीडीओ, चाईबासा नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा व एक अन्य बीडीओ शामिल थे। कम संख्या के कारण आयोजकों के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी।