चिरिया में रोजगार न चिकित्सा व्यवस्था
मनोहरपुर प्रखंड स्थित चिरिया माइंस जहां अपने लौह अयस्क के कारण विश्व प्रसिद्ध है इसके बावजूद यहां अब पहले जैसी बात नही रही। स्थानीय प्रबंधन राज्य सरकार और केंद्र सरकार के उपेक्षापूर्ण व्यवहार के कारण सोने की चिरिया कहलाने वाली चिरिया माइंस की हालत खराब है।
संवाद सूत्र, मनोहरपुर : मनोहरपुर प्रखंड स्थित चिरिया माइंस जहां अपने लौह अयस्क के कारण विश्व प्रसिद्ध है, इसके बावजूद यहां अब पहले जैसी बात नही रही। स्थानीय प्रबंधन राज्य सरकार और केंद्र सरकार के उपेक्षापूर्ण व्यवहार के कारण सोने की चिरिया कहलाने वाली चिरिया माइंस की हालत खराब है। जानकारी के अनुसार यहां बसे करीब पांच हजार लोगों के लिए रोजगार की उचित व्यवस्था बराबर की जा रही है। बावजूद हर रोज रोजगार के लिए आंदोलन हो रहे हैं। जब स्थानीय लोगों से शिक्षा चिकित्सा सड़क बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुवधिओं की समुचित व्यवस्था के बारे में जानकारी हासिल की गई, तो उन्होंने अपनी राय कुछ इस प्रकार दी।
चिरिया निवासी दयाल का कहना है कि चिरिया में अस्पताल में उचित व्यवस्था का अभाव है। अस्पताल होने के बावजूद दवाओं की किल्लत हमेशा बनी रहती है। जिससे आए दिन मरीजों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जरकू पान ने कहा कि सेल के घरों का खस्ताहाल है। लोग जान जोखिम में डाल कर इन मकानों में रहने को विवश हैं। पुराने होने के कारण कभी भी इन घरों में बड़ी दुर्घटना हो सकती है। कई सडकों की हालत काफी बुरी है।
मजूरा सुलंकी ने बताया कि चिरिया में नेटवर्क की समस्या हमेशा बनी रहती है। बीएसएनएल नेटवर्क यहां कई दिनों तक गायब रहने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रोजगार, पानी सहित कई परेशानी अलग है।