महासभा केंद्रीय समिति के नवनियुक्त पदाधिकारियों का हुआ अभिनंदन
आदिवासी हो समाज महासभा कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू परिसर स्थित देशाउली में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण बीमारी से समाज के लोगों को बचाव के लिए आदिवासी हो समाज महासभा युवा महासभा व सेवानिवृत्त संगठन के पदाधिकारियों ने सामूहिक गोवारि (प्रार्थना) की।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : आदिवासी हो समाज महासभा कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू परिसर स्थित देशाउली में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण बीमारी से समाज के लोगों को बचाव के लिए आदिवासी हो समाज महासभा, युवा महासभा व सेवानिवृत्त संगठन के पदाधिकारियों ने सामूहिक गोवारि (प्रार्थना) की। इससे पूर्व कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन करते हुए महासभा के संस्थापक अध्यक्ष श्रद्धेय सागु सामड एवं हो भाषा और लिपि के जनक ओत गुरु कोल लाको बोदरा की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किया गया। आदिवासी हो समाज युवा महासभा के तत्वावधान में विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के साथ वैश्विक महामारी के नियंत्रण के लिए जागरूकता कार्यक्रम के संचालन पर चर्चा की तथा इस बार भी समाज के लोगों को टीकाकरण एवं अन्य कोरोना गाइड लाइन के अनुपालन संबंधी जागरूकता अभियान चलाने की सहमति बनी। साथ ही आदिवासी हो समाज युवा महासभा केंद्रीय समिति के नवनियुक्त पदाधिकारियों का हार्दिक अभिनंदन किया गया और देशाउली परिसर में प्राकृतिक आस्था के प्रति साल का पौधा में पद एवं गोपनीयता की शपथ पूर्व विधायक देवेंद्र नाथ चांपिया के द्वारा ग्रहण कराया गया। इसके साथ ही नये पदाधिकारियों को प्रमाण पत्र एवं आदिवासी हो समाज महासभा का संशोधित नियमावली, विधि-उपविधि व उद्देश्य का कापी उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक देवेंद्र नाथ चांपिया, पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष भूषण पाट पिगुवा, महासभा शिक्षा सचिव जवाहर लाल बंकिरा, ओडिशा राज्य युवा महासभा प्रतिनिधि गिरिश चंद्र हेम्ब्रम व युवा महासभा अध्यक्ष डा. बबलू सुंडी ने संबोधन कर संगठन के नवनियुक्त पदाधिकारियों व सदस्यों को शुभकामना दी। इस अवसर पर नये पदाधिकारियों के साथ-साथ महासभा के सह कोषाध्यक्ष मानसिंह सामड, सेवानिवृत्त अध्यक्ष सुखलाल पुरती, सेवानिवृत्त संगठन पूर्व अध्यक्ष सेलाय हो, शैलेंद्र हेंब्रम, नीतिमा जोंको, अंजु सामड, ज्योति देवगम, सहदेव बारी, बलभद्र मेलगांडी, बामिया बारी, मथुरा नाथ चांपिया, सावन सोय, मोहंती जेराई, रामबली सिकू, संजय बोदरा, इपिल सामड, नीलमोहन चातार, उपेंद्र बानरा, तुलसी बारी, प्रमिला बिरूवा, तारामानी बंदिया, रानी बोदरा आदि उपस्थित थे।