ओडिशा के बलांगीर को अलविदा कर बंगाल लौट रहे 12 मजदूर
ओडिशा के बलांगीर में ठेकेदार के अधीन राजमिस्त्री का काम करने वाले बंगाल मुर्शिदाबाद के 12 मजदूर की हिम्मत कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जारी लॉकडाउन 4 में जबाब दे गई। ठेकेदार द्वारा उनके साथ असहयोगात्मक रवैया अपनाए जाने से मजदूरों ने अन्तत बलांगीर को अलविदा करने की ठान ली।
संसू, मनोहरपुर : ओडिशा के बलांगीर में ठेकेदार के अधीन राजमिस्त्री का काम करने वाले बंगाल मुर्शिदाबाद के 12 मजदूर की हिम्मत कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जारी लॉकडाउन 4 में जबाब दे गई। ठेकेदार द्वारा उनके साथ असहयोगात्मक रवैया अपनाए जाने से मजदूरों ने अन्तत: बलांगीर को अलविदा करने की ठान ली। बलांगीर को हमेशा के लिए अलविदा कर सभी मजदूर साइकिल से ही बंगाल के मुर्शिदाबाद के लिए चल दिए। चार दिन का सफर तय कर शुक्रवार को देर शाम मनोहरपुर पहुंचे। मनोहरपुर में रात को मजदूरों को सोने के लिए भटकता देख प्रशासन ने उनकी सुध ली। रात में उनके खाने व सोने की व्यवस्था के अलावा उनको उनके गांव व प्रखंड जाने को लेकर ऑनलाइन निबंधन की व्यवस्था की। शनिवार को सभी मजदूरों का ऑनलाइन निबंधन कराया गया। वहीं दोपहर का भोजन नन्दपुर पंचायत भवन में संचालित दीदी किचन में कराया गया। इस दौरान उन्होंने आप बीती बताई। बताया कि बलांगीर में जलालुदीन नामक ठेकेदार के अधीन वे राजमिस्त्री का काम करते थे। लॉकडाउन में उन्हें ठेकेदार द्वारा किसी तरह की सहायता प्राप्त नहीं हुई। वहां स्थानीय प्रशासन द्वारा कुछ राशन दिया गया था। जिसके सहारे कुछ दिन कट गए। राशन खत्म होने पर ठेकेदार से मदद मांगी, पर किसी प्रकार की मदद नहीं मिलने पर वापस अपने गांव लौटने का निर्णय लिया। इसके बाद वे साइकिल से ही बंगाल मुर्शिदाबाद के लिए निकल पड़े। मजदूरों का कहना है कि वे अब भविष्य में कभी भी बलांगीर काम करने नही जाएंगें। अपने गांव आसपास में ही कुछ काम की तलाश करेंगे।