हो भाषा को पहचान दिलाने को बनाई आंदोलन की रणनीति
हो भाषा को पहचान दिलाने को हो समुदाय ने बनाई आंदोलन की रणनीति
संवाद सूत्र, जैंतगढ़ : चंपुआ अनुमंडल के हो समुदाय के लोगों की एक बैठक करंजिया में हुई। बैठक रामराय मुंदुइया की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पूरे देश में हो भाषा को संवैधानिक स्वीकृति दिलाने के लिए आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई। मौके पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हो भाषा को मान्यता दिलाने के लिए 3 दिसंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन में क्षेत्र से समुदाय के लोग दिल्ली जाएंगे। इसमें हो समाज के उत्थान के लिए जैसी जरूरत पड़ेगी आंदोलन में हिस्सा लेंगे। इस आंदोलन में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने समर्थन देने की घोषणा की। आंदोलन में हो समाज मार्शल अकाला कटक, सीधाहरा सूसार आकाला भुवनेश्वर, हो सेयांग मार्शल आकाला चंपुआ, उपरुम झुमर आकाला केंउझर, हो समाज युवा महासभा झारखंड, हो समाज महासभा ओडिशा, हो छात्र संगठन ओडिशा, हो समाज दशुर आकाला मयुरभंज, सिवंगा मार्शल आकाला बालेश्वर इत्यादि ने समर्थन दिया है। बैठक में मुख्य रूप से सुखराम चातार, अजय कालुंडिया, कृष्ण गागराई, सुनिया मुंडा आदि उपस्थित थे।