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गोपाष्टमी मेले में पैर रखने की भी नहीं रही जगह

श्री चाईबासा गोपाष्टमी मेले के दूसरे दिन मेले में जमकर भीड़ हुई स्थिति यह रही कि मेले में कहीं पैर रखने की जगह नहीं थी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 07:24 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 07:24 PM (IST)
गोपाष्टमी मेले में पैर रखने की भी नहीं रही जगह
गोपाष्टमी मेले में पैर रखने की भी नहीं रही जगह

संवाद सहयोगी, चाईबासा : श्री चाईबासा गोपाष्टमी मेले के दूसरे दिन मेले में जमकर भीड़ हुई स्थिति यह रही कि मेले में कहीं पैर रखने की जगह नहीं थी। स्थानीय लोगों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से लोग देर रात तक मेला घूमने आते रहे। इस दौरान महिलाएं घर के जरूरत का सामान खरीदारी करती दिखीं। लेकिन मेले में लगे झूले में लोगों की रुचि कम दिखाई दी। मेले में गन्ना व खाजा लोग जरूर खरीद रहे थे। जिसके हाथ में देखो गन्ना का एक पूड़ा लिए हुए था। इसके अलावा चाईबासा गोशाला में कई नस्ल की गाय हैं। गाय के अलावा यहां की एक और खूबसूरत बात सांड़ है। इन सांड़ों के नाम सुल्तान, लादेन, लाला सहित अन्य विभिन्न नाम रखे गए हैं। मेला देखने जो भी जाता है वह इनपर एक नजर जरूर डालता है। मेले में लगभग 400 दुकानें लगी हुई हैं। इसमें बच्चों के लिए झूला, बिजली का बड़ा झूला, ड्रैगन रेल, ब्रेक डांस, मारुति सर्कस के अलावा गन्ना, खाजा, शीप, स्टूडियों सहित महिलाओं के सजने- संवरने के सामान की दुकानें लगी हैं। मेले में खाने के कई व्यंजन की दुकानें लगी थीं। मेले में किसी प्रकार की दिक्कत न आए इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से दंडाधिकारी व पुलिस विभाग की ओर से पदाधिकारी व जवान मेले की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा श्री गोशाला मेला समिति भी मेले को सफल बनाने में पूरी तरह से लगी थी। क्योंकि मेले में रात्रि होने के कारण असामाजिक तत्वों का आना-जाना लगा रहता है। इसके लिए मेला समिति पूरी तरह से लगी है।

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