नोवामुंडी स्टेशन यार्ड में मालगाड़ी को बैक करने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त
चक्रधरपुर रेल मंडल में सोमवार का दिन हादसों भरा रहा। सोमवार तड़के 3 बजे बांसपानी में एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सुबह 9 बजे फिर एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल में सोमवार का दिन हादसों भरा रहा। सोमवार तड़के 3 बजे बांसपानी में एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सुबह 9 बजे फिर एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा खनन बहुल क्षेत्र नोवामुंडी रेलवे स्टेशन के यार्ड के डेड लाइन नंबर 4 में हुआ। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार नोवामुंडी रेलवे स्टेशन समीप टाटा स्टील के बॉटम बीन रेलवे साइडिंग से आयरन ओर खालीकर मालगाड़ी नोवामुंडी स्टेशन के यार्ड में प्लेस हो रही थी। इसी दौरान मालगाड़ी को पीछे करने के क्रम में गार्ड बोगी पटरी के अंतिम छोर से टकरा गई। टकराते ही गार्ड बोगी सहित एक मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतर गया। मालगाड़ी खाली थी, इसलिए इसमें गार्ड मौजूद नहीं था, अन्यथा यह एक बड़ा हादसा साबित होता। जिसमें लोगों के हताहत होने की भी संभावना होती। घटना के बाद चक्रधरपुर स्टेशन से रीलिफ ट्रेन और 140 टन की क्रेन को नोवामुंडी के लिए रवाना किया गया। रेलवे अधिकारी और रेलकर्मी मौके पर पहुंच पटरी को दुरुस्त करने की कवायद में जुट गए। खनन बहुल इलाके में लगातार मालगाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने से रेल मंडल को होने वाले आर्थिक नुकसान में भी इजाफा हो रहा है। इधर रेल मंडल ने दोनों हादसे के बाद बचाव राहत कार्य के साथ साथ दोनों हादसे की जांच भी शुरू कर दी गई है। एक दिन में दो रेल हादसे चक्रधरपुर रेल मंडल के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। आखिर रेल हादसे क्यों हो रहे हैं और इसकी प्रमुख वजह क्या है, इसको तलाशना और गलतियों को सुधारना रेल मंडल के लिए बेहद अहम हो गया है।
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बांसपानी में लोडेड मालगाड़ी हुई बेपटरी, आवागमन 12 घंटे रहा ठप
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के बांसपानी स्टेशन में सोमवार रात तीन बजे भोर में एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मालगाड़ी में लौह अयस्क लोड था इसी दौरान मालगाड़ी बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। दुर्घटना के कारण रेल पटरी 12 घंटे तक जाम रही। हादसे के बाद डांगुवापोसी से रिलीफ ट्रेन भेजी गई। दोपहर तक बेपटरी मालगाड़ी के डिब्बों को हटाने व पटरी को दुरुस्त करने का काम जारी रहा। मौके पर रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी पटरी को दुरुस्त करने में लगे रहे। काफी समय तक पटरी पर आवागमन बाधित रहने से रेलवे को भारी आर्थिक क्षति पहुंची है। ज्ञात हो कि रेलवे का यह इलाका लौह अयस्क ढुलाई के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस रेल खंड में यात्री ट्रेनें कम मालगाड़ियां ही अधिक चलती हैं।
चक्रधरपुर रेल मंडल के इस सेक्शन से रोजाना भारी संख्या में मालगाड़ियों का परिचालन होता है। जिससे रेलवे को भारी आमदनी होती है। इस खंड से देश को बड़े पैमाने पर राजस्व प्राप्त होता है। थोड़ी देर भी ट्रेनों का परिचालन रुक जाए या हादसा हो जाए तो रेल मंडल को भारी आर्थिक नुकसान सहना पड़ता है।