वन विभाग ने अवैध लकड़ी लदा वाहन किया जब्त
सारंडा व आसपास के क्षेत्र में अवैध लकड़ी कारोबारी फिर से सक्रिय हो गए हैं। चोरी छिपे वाहनों से कीमती लकड़ी सारंडा से बाहर भेजी जाती है।
संवाद सूत्र, मनोहरपुर : सारंडा व आसपास के क्षेत्र में अवैध लकड़ी कारोबारी फिर से सक्रिय हो गए हैं। चोरी छिपे वाहनों से कीमती लकड़ी सारंडा से बाहर भेजी जाती है। मनोहरपुर कोयना रेंज व किरीबुरू रेंज के सारंडा में संयुक्त वाहन चेकिंग के दौरान वन विभाग ने चिरिया ओपी थाना क्षेत्र के अंकुआ के पास अवैध लकड़ी लदा बिना नंबर का एक वाहन जब्त किया है। 164 पीस लकड़ी लदे जब्त वाहन को मनोहरपुर स्थित कोयना वन रेंज कार्यालय परिसर में रखा गया है। मामले में विभाग द्वारा वाहन मालिक टोंटो थाना क्षेत्र अंतर्गत सागरकांटा गांव के माटा बिरुआ व वाहन चालक प्रखंड के रोआम निवासी लंका के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। साथ ही चालक व मालिक की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। अभियान में कोयना वन प्रक्षेत्र के वनरक्षी नंदकिशोर प्रसाद, सुनील सुंडी, सुनील पूर्ति, निर्मल महतो, ससंगदा वन प्रक्षेत्र के शंकर पांडेय व अन्य वनरक्षी शामिल थे।
क्या है मामला
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत एक दिसंबर की रात कोयना व ससंगदा (किरीबुरू) वन प्रक्षेत्र के वनकर्मियों की टीम संयुक्त रूप से अंकुवा के पास रात में गश्त व वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान रात करीब 11:30 बजे चिरिया की ओर से आ रहा उक्त वाहन विभाग की टीम को देखकर कुछ दूरी पर रूक गया। गश्ती दल को आशंका हुई, तो टीम के लोग वाहन की तरफ बढ़ने लगे। यह देख वाहन का चालक अंधेरे का फायदा उठाते हुए मौके से फरार हो गया। जबकि गाड़ी में एक व्यक्ति बिनुआं निवासी महेंद्र सिंधु को बैठा पाया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह गाड़ी में लिफ्ट लेकर गोईलकेरा निवासी अपने एक रिश्तेदार के यहां जा रहा है। उसके बाद वाहन की जांच में 164 पीस स्लीपर व चौखट पाया गया। जिसमें 139 पीस साल प्रजाति की लकड़ी का पटरा और 25 पीस चौखट है। जिसकी अनुमानित कीमत करीबन 75 हजार रुपये से ज्यादा है। उसके बाद गश्ती दल द्वारा जब्ती सूची बनाते हुए जब्त वाहन और उक्त व्यक्ति को कोयना वन प्रक्षेत्र के मनोहरपुर कार्यालय लाया गया। बाद में अगले दिन इको विकास समिति, बिनुआं के अध्यक्ष, ग्राम मुंडा व ग्रामीणों के अनुरोध पर बंधपत्र लेकर और सरकारी गवाह बनाते हुए उक्त युवक को मुक्त कर दिया गया। साथ ही वाहन मालिक व चालक के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। विभाग के मुताबिक जब्त वाहन को विगत 28 अक्टूबर को वाहन मालिक ने खरीदा था।