माताओं के चरण पखारकर लिया आशीर्वाद
नोवामुंडी स्थित पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में गुरुवार को मातृ-पितृ दिवस मनाया गया। इसके पीछे उद्देश्य था कि ब'चे इस दिन पाश्चात्य संस्कृति नहीं अपनाकर भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए अपने माता-पिता के प्रति श्रद्धा के भाव रखते हुए उनकी पूजा करें।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : नोवामुंडी स्थित पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में गुरुवार को मातृ-पितृ दिवस मनाया गया। इसके पीछे उद्देश्य था कि बच्चे इस दिन पाश्चात्य संस्कृति नहीं अपनाकर भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए अपने माता-पिता के प्रति श्रद्धा के भाव रखते हुए उनकी पूजा करें। सबसे पहले स्कूली छात्रों ने कार्यक्रम की शुरुआत माताओं के चरण पखारने के बाद माथे में तिलक लगाकर किया। मौके पर बच्चों ने माता-पिताके गले में फूलमाला डालने के बाद आरती उतारकर उनसे आशीर्वाद लिया। माताओं ने भी अपने बेटे को सामाज में संस्कारवान बनने के आलावा गुणयुक्त बेटा बनने का आशीर्वाद दिया। प्रधान शिक्षिका सीमा पालित ने बताया कि हमारी संस्कृति पाश्चात्य सभ्यता की ओर अग्रसर है। इसे छोड़कर हमें मातृ-पितृ की सेवा को अपनाना चाहिए ताकि वह समाज में एक अच्छी पहचान बना सके। इसी को लेकर स्कूल में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर छात्रों की माताएं व स्कूली शिक्षक उपस्थित थे।