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चाईबासा में पीपीइ किट खरीद में फर्जीवाड़ा करने वाला डीपीएम नीरज यादव बर्खास्त

कोरोना काल में पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित सदर अस्पताल में पीपीइ किट की खरीद में फर्जीवाड़ा करने के दोषी पाए गये जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीरज कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 08:46 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 08:46 PM (IST)
चाईबासा में पीपीइ किट खरीद में फर्जीवाड़ा करने वाला डीपीएम नीरज यादव बर्खास्त
चाईबासा में पीपीइ किट खरीद में फर्जीवाड़ा करने वाला डीपीएम नीरज यादव बर्खास्त

जागरण संवाददाता, चाईबासा : कोरोना काल में पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित सदर अस्पताल में पीपीइ किट की खरीद में फर्जीवाड़ा करने के दोषी पाए गये जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीरज कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने आदेश जारी कर दिया है। नीरज कुमार यादव को एक माह का वेतन भुगतान करते हुए बर्खास्त करने का आदेश पारित हुआ है। पीपीइ किट की खरीद में गड़बड़ी उजागर होने व जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल की अनुशंसा पर यह कार्रवाई की गई है। वित्तीय शक्तियां प्राप्त नहीं होने के बाद भी जिला कार्यक्रम प्रबंधक के प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के बाद अब पीपीइ किट की खरीदारी के लिए गठित 11 सदस्यीय क्रय समिति के सदस्यों की भी संलिप्तता की जांच की जाएगी। जांच में अगर सदस्यों की संलिप्तता सामने आती है तो उन्हें भी कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा। यहां बता दें कि 17 अगस्त को दैनिक जागरण में पीपीइ किट की खरीद में फर्जीवाड़ा का समाचार प्रकाशित होने के बाद उपायुक्त ने एक जांच समिति का गठन कर जांच कराई थी। जांच में गड़बड़ी उजागर होने के बाद पश्चिमी सिंहभूम के सिविल सर्जन डा. ओम प्रकाश गुप्ता के बयान पर 26 नवंबर सदर थाना में नीरज यादव के खिलाफ पीपीइ किट के आपूर्ति आदेश के साथ जान बूझकर जालसाजी कर, कागजात को छेड़छाड़ कर बदलने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। बाद में इस केस को सीआइडी ने ले लिया। वर्तमान में सीआइडी इस पूरे कांड का अनुसंधान कर रही है। फिलहाल आरोपित नीरज कुमार यादव बेल पर है।

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735 रुपये की किट 1050 रुपये खरीद अपनी पसंदीदा एजेंसी को दिया आर्डर

डीपीएम पर आरोप लगा था कि कोरोना काल के समय 16 अप्रैल 2020 को निष्पादित निविदा के तीन सप्ताह के बाद यानि 8 मई 2020 को राज्य सरकार द्वारा पीपीइ किट का दर 735 रुपये जीएसटी प्रति किट निर्धारित की गई थी। इसकी सारी जानकारी नीरज यादव को थी। न्यूनतम दर प्राप्त होने के बाद चाईबासा सदर अस्पताल की क्रय समिति की निविदा में निर्धारित दर स्वत: रद या समाप्त हो गई थी। इसके बावजूद नीरज यादव ने तीन माह पश्चात यानि 6 अगस्त 2020 को आरुषि इंटरप्राइजेज से 1000 पीपीइ किट 1050 रुपये की दर से क्रय किया। इस प्रकार यादव ने गबन की नियत से 315 रुपये का प्रति किट के हिसाब से कुल 3 लाख 15 हजार रुपये का अतिरिक्त भुगतान अपनी मनपसंद आरुषि इंटरप्राइजेज को किया।


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