Move to Jagran APP

मुख्य सचिव ने नुआपाड़ा जिला में कोरोना संक्रमण की समीक्षा की

पश्चिम ओडिशा में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार के दिन राज्य के मुख्य सचिव सुरेशचंद्र महापात्र और स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप्त महापात्र ने नुआपड़ा जिले का दौरा किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 07:12 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 07:12 PM (IST)
मुख्य सचिव ने नुआपाड़ा जिला में कोरोना संक्रमण की समीक्षा की
मुख्य सचिव ने नुआपाड़ा जिला में कोरोना संक्रमण की समीक्षा की

संवाद सूत्र, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार के दिन राज्य के मुख्य सचिव सुरेशचंद्र महापात्र और स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप्त महापात्र ने नुआपड़ा जिले का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे पश्चिम ओडिशा के जिलों में संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर संक्रमण की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे मुख्य सचिव सुरेशचंद्र महापात्र व स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप्त महापात्र ने जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ इसपर समीक्षा बैठक भी की।

loksabha election banner

भुवनेश्वर से विशेष विमान से सिल्दा हवाईपट्टी पहुंचे दोनों वरिष्ठ अधिकारी जिला कोविड अस्पताल पहुंचे। कोरोना काल मे एक हॉस्टल को कोविड हास्पिटल बनाया गया था और जिला में संक्रमण के मामले नहीं के बराबर रह जाने से इस हॉस्पिटल को बंद कर दिया गया था, लेकिन अप्रैल महीने में संक्रमण की संख्या में इजाफा होता देख इसे हाल ही में फिर से शुरू किया गया है। कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण व टीकाकरण कार्यक्रम का जायजा करने के बाद दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने जिलाधीश कार्यालय स्थित कान्फ्रेंस हाल में जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। बैठक में नुआपाड़ा जिलाधीश स्वधा देव सिंह ने बताया कि जिले में विगत दिनों छत्तीसगढ़ सीमा से सटे कई गांवों से सामूहिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं। स्थिति यह है कि पूरा जिला कंटेंटमेंट क्षेत्र में आ गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पॉजिटिव पाए गए लोगों के इलाज व उन्हें आइसोलेट करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए वार्ड स्तरीय समिति बनाई गई है। कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। दोनों अधिकारियों ने जिलाधीश को निर्देश दिया कि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों को दिन में एक बार कंट्रोल रुम से कॉल कर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जाए व जरूरत पड़ने पर तत्काल एंबुलेंस भेजी जाए। जिलाधीश ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। आवश्यक पड़ने पर कोरोना का आरटीपीसीआर जांच का निगेटिव सर्टिफिकेट दिखाने वालों के लिए सात दिन क्वारंटाइन में रहना तय किया गया है। सीमांत में पांच बार्डर चेक प्वाइंट बनाए गए हैं। संक्रमण रोकने के लिए दैनिक बाजार बड़े मैदानों में लगाए जा रहे हैं। दोनों अधिकारियों ने कहा कि लोगों को मास्क पहनने के लिए सचेत किया जाए। इससे कई हद तक संक्रमण रोका जा सकता है। जिले में मास्क नहीं पहनने व शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने वालों से चलित अप्रैल माह में ही दो लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है। इसके अतिरिक्त जिले के प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर रैंडम टेस्टिंग व थर्मल स्कैनिंग की जा रही हैं। वर्तमान जिले में जिला अस्पताल 60 बेड में व राज खरियार में 50 बेड की क्षमता वाले दो कोविड केयर सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। कोविड अस्पताल में पांच आइसीयू को बढ़ाकर 10 किया गया है। बैठक के बाद दोनों अधिकारियों ने पत्रकारवार्ता को संबोधित किया व बताया कि छत्तीसगढ़ से सटे होने से जिला संवेदनशील बना हुआ है। बहरहाल जिले में स्थिति नियंत्रण में है। जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 458 है। जिनमें से करीब 90 फीसद मरीज होम आइसोलेशन में हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.