चक्रधरपुर में मां मंगला की उपासना में लीन रहे श्रद्धालु
चैत्र माह के अंतिम मंगलवार को मां मंगला उषा की धूमधाम से पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने पोड़ाहाट अनुमंडल के विभिन्न गांव में मां मंगला की पूजा-अर्चना कर सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आशीर्वाद लिया।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चैत्र माह के अंतिम मंगलवार को मां मंगला उषा की धूमधाम से पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने पोड़ाहाट अनुमंडल के विभिन्न गांव में मां मंगला की पूजा-अर्चना कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आशीर्वाद लिया। चक्रधरपुर शहर के संजय नदी के विभिन्न घाटों से पारंपारिक गाजे-बाजे के साथ मां मंगला की घट यात्रा निकाली गई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पर पूजा अर्चना की। पूजा के दौरान बकरे, मुर्गे, बत्तख व कबूतरों की बलि के साथ पूजा की गई। चक्रधरपुर के मुक्तिनाथ मंदिर घाट, दंदासाई घाट, सिरकासाई घाट समेत अन्य नदी घाटों से मंगला घट निकाला गया। चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में पुराना बस्ती, शीतला मंदिर, रेलवे हरिजन बस्ती, बारह खोली, गैंगखोली, न्यू बस स्टैंड हरिजन बस्ती, कुंभा टोली, सिरकासाई, कुदलीबाड़ी, पोर्टर खोली, भलियाकुदर आदि जगहों में मां मंगला की पूजा-अर्चना की गई। चक्रधरपुर के पुरानी बस्ती के विभिन्न घरों में विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ मां मंगला की पूजा-अर्चना हुई।
गांव से लेकर शहर तक मां मंगला की दिखी महिमा
इस अवसर पर देहात का कोई एक भी ऐसा गांव नहीं छूटा, जहां भक्तों का तांता न लगा हो। चक्रधरपुर अनुमंडल के सोनुवा, गोईलकेरा, बंदगांव, गुदड़ी, मनोहरपुर आनंदपुर, चिड़िया एवं चक्रधरपुर प्रखंडों में मां मंगला की पूजा अर्चना की गई। सोनुवा प्रखंड के नुवागांव, बालजोड़ी, झाड़गांव, नारंगा, महुलडीहा, सोनुवा सहित क्षेत्र के गांवों में काफी चहल-पहल रही। इसी के साथ ही अंतिम मंगलवारी के चैत्र पर्व की तैयारी में भी लोग जुट गए। बताते चलें कि चैती दुर्गा पूजा सहित मां केरा, कंसरा, संबलेश्वरी, मां किचकेश्वरी, मां तारिणी एवं सभी शक्ति की देवियों की पूजा इसी माह की जाती है। ओडिया मतानुसार अंतिम मंगलवार को चैत्र पर्व का उत्सव मनाया जाता है।