मौलाना अबुल कलाम आजाद को कांग्रेसियों ने किया याद
कांग्रेसियों ने शनिवार को देश के पहले शिक्षा मंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस मौके पर कहा कि देश की सु²ढ़ शिक्षा व्यवस्था एवं कई महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना में उनके योगदान के लिए कलाम को सदैव याद किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : कांग्रेसियों ने शनिवार को देश के पहले शिक्षा मंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस मौके पर कहा कि देश की सु²ढ़ शिक्षा व्यवस्था एवं कई महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना में उनके योगदान के लिए कलाम को सदैव याद किया जाएगा। कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक में कलाम को श्रद्धाजंलि दी गई। इस मौके पर सांसद गीता कोड़ा ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद या अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वे महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि अबुल कलाम आजाद स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्होंने देश में यूजीसी, आईआईएम और आईआईटी जैसे संस्थान की नींव रखी। इनका जन्म मक्का में हुआ लेकिन परिवार कोलकाता में शिफ्ट हो गया था। उन्होंने धर्म के आधार पर पाकिस्तान के गठन का खुलकर विरोध किया कि नवाब रामपुर में उनको पंडित जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध पर रामपुर से सांसद बनाया था। जबकि चुनाव के दौरान मौलाना वोट मांगने रामपुर नहीं आए थे। मौके पर कार्यकारी जिलाध्यक्ष अम्बर राय चौधरी, डॉ. मनोजित विश्वास, कृष्णा सोय, निसार अहमद, त्रिशानु राय, बबलू रजक, जितेन्द्र नाथ ओझा, इस्माईल सिंह दास, राकेश सिंह, अर्श अली, बिरसा कुंटिया आदि उपस्थित थे।