लौह अयस्क का अवैध भंडारण करने वाले क्रशर प्लांट होंगे बंद
पश्चिमी सिंहभूम में लौह अयस्क चोरी की जांच दूसरे दिन भी जारी रही। शनिवार को तीन सदस्यीय हाइलेवल कमेटी ने बड़ाजामदा क्षेत्र स्थित निर्मल कुमार प्रदीप कुमार की घाटुकरी माइंस का भौतिक निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम में लौह अयस्क चोरी की जांच दूसरे दिन भी जारी रही। शनिवार को तीन सदस्यीय हाइलेवल कमेटी ने बड़ाजामदा क्षेत्र स्थित निर्मल कुमार प्रदीप कुमार की घाटुकरी माइंस का भौतिक निरीक्षण किया। यहां समिति ने लीज से संबंधित कागजात देखे। खनन क्षमता, लोडिग क्षमता सहित मैपिग के कागजात का भी निरीक्षण किया। टीम सुबह नौ बजे ही खदान में पहुंच गयी थी। जांच के क्रम में प्रदूषण संबंधित कागजातों का भी अध्ययन किया गया। यहां से निकलने के बाद जांच पदाधिकारी जामदा के हीरक क्रशर में पहुंचे। यहां काफी अधिक मात्रा में लौह अयस्क का भंडारण पाया गया। क्रशर संचालक से कागजात की मांग की गयी तो कुछ कागजात तो उसने दिखाए मगर कई अन्य कागजात वो नहीं दिखा पाया। यहां मौजूद लौह अयस्क की मापी करायी गयी है। अब इसका मिलान किया जाएगा। इसके अलावा गांवगुटू स्थित जय मां दुर्गा और बालाजी क्रशर प्लांट की भी जांच की गयी। इन क्रशरों में भी भंडारण कर रखे गए लौह अयस्क की मापी करायी गयी है। जांच करने के बाद टीम दोपहर 3.30 बजे वापस लौट गयी। जांच के समय टीम के साथ पुलिस बल भी था। बताया जा रहा है कि जांच में कई क्रशरों में क्षमता से अधिक लौह अयस्क भंडारण किया गया है। इन सभी क्रशरों का लाइसेंस रद्द हो सकता है। कल रविवार होने के कारण जांच नहीं होगी। अब सोमवार को शेष बचे क्रशर व प्लांटों की जांच की जाएगी।
मालूम हो कि लौह अयस्क के अवैध कारोबार की सूचना पर खान सचिव के निर्देश पर पश्चिमी सिंहभूम में तीन सदस्यीय कमेटी में शामिल खान उपनिदेशक संतोष कुमार सिंह, आइटीडीए निदेशक शशि भूषण मेहरा और डीएसपी हेडक्वार्टर अरविद कुमार खदानों व क्रशर प्लांटों की जांच कर रही है। सात दिनों के भीतर टीम को निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट खान सचिव को सौंपनी है।