दुष्कर्म के बाद हत्या करने वालों का सुराग ढूंढने को ली खोजी कुत्ते की मदद
चाईबासा शहर से सटे नरसंडा गांव के एक टोला में नौ साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस का दावा है कि इस कांड को अंजाम देने वाला जल्द कानून की गिरफ्त में होंगे।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : चाईबासा शहर से सटे नरसंडा गांव के एक टोला में नौ साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस का दावा है कि इस कांड को अंजाम देने वाला जल्द कानून की गिरफ्त में होंगे। रविवार को सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर कुमार पांडेय और मुफ्फसिल थाना प्रभारी दिग्विजय ¨सह ने जमशेदपुर से खोजी कुत्ते को मंगाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। जिस डोभा से बच्ची का शव मिला था, वहां भी खोजी कुत्ते की मदद से आरोपित का सुराग पता लगाने का प्रयास किया गया। एसडीपीओ ने बताया कि हम लोग रविवार को तीन बार खोजी कुत्ते को लेकर स्पॉट पर गए थे मगर कोई ठोस सुराग नहीं लगा। हालांकि पुलिस का अनुसंधान सही दिशा में जा रहा है। उम्मीद करते हैं कि एक-दो दिन में इस कांड का खुलासा हो जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार में चाईबासा पुलिस
बच्ची के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक पुलिस को नहीं मिली है। इस वजह से यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बच्ची के साथ एक व्यक्ति ने दुष्कर्म किया या यह सामूहिक दुष्कर्म का मामला है। एसडीपीओ ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सोमवार तक मिल जाएगी। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। मालूम हो कि
13 नवंबर को नरसंडा गांव के एक टोला में पड़ोस में टीवी देखने जा रही बच्ची को अज्ञात लोगों ने बीच रास्ते से उठाकर अगवा कर लिया था। इसके बाद झाड़ी में ले जाकर दुष्कर्म किया। फिर फंसने के डर से बच्ची की गला दबाकर हत्या की और शव को गांव में ही एक डोभा में फेंक दिया था। 14 नवंबर की सुबह शौच के लिए जा रही महिलाओं की नजर डोभा में तैर रही लाश पर पड़ी तो परिवार वालों को सूचना दी गई। मामले में पुलिस ने शक के आधार पर गांव के ही पांच युवकों को उठाकर पूछताछ की है। वहीं, बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण पुलिस अनुसंधान में वक्त लग रहा है।