सारंडा के रायडीह स्कूल पर ठेकेदार का कब्जा
पश्चिमी सिहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा क्षेत्र में स्थित रायडीह गांव के एकमात्र उत्क्रमित मध्य विद्यालय को सड़क निर्माण कार्य के ठेकेदार ने अपना बेस कैंप बना रखा है।
संवाद सूत्र, मनोहरपुर : पश्चिमी सिहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा क्षेत्र में स्थित रायडीह गांव के एकमात्र उत्क्रमित मध्य विद्यालय को सड़क निर्माण कार्य के ठेकेदार ने अपना बेस कैंप बना रखा है। विद्यालय के कार्यालय को छोड़ चार कमरे व रसोई घर पर भी ठेकेदार के लोग मुंशी, मजदूर, मिस्त्री, कुक आदि पिछले दो सप्ताह से कब्जा जमाए हुए हैं। स्कूल परिसर में बालू-गिट्टी का ढेर लगा हुआ है। स्कूल में शिक्षक और बच्चे तो नहीं दिखते, लेकिन ठेकेदार के कर्मचारी और निर्माण सामग्री जरूर दिख रही है। ठेकेदार के कर्मचारियों के पास स्कूल की चाबी कैसे आई इस पर कोई बोलने को तैयार नहीं है। विद्यालय के एक कमरे को सीमेंट व सामग्री का गोदाम बना रखा है। वहीं तीन कमरों में कर्मचारियों ने रहने-सोने का स्थान बना रखा है। कर्मचारियों ने खाने पीने की व्यवस्था को लेकर रसोई घर को भी अपने कब्जे में ले रखा है। कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन व अनलॉक में भले स्कूल महीनों से बंद चल रहे हों, पर बंद विद्यालय को ठेकेदार अपना कैंप बना अपना काम आसानी से निकाल रहे हैं। शिक्षा विभाग इन सब से अनजान है। सीआरपी-बीआरपी भी विद्यालय की सुध नहीं ले रहे।
सारंडा के बिटकिलसोय गांव के सिमाना से नयागांव रायडीह होते हुए ओडिशा सीमा तक 14.7 किमी सड़क का निर्माण कार्य करोड़ों रुपये की लागत से अशोक कुमार प्रधान कंसट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा है। इससे पूर्व ठेकेदार के कर्मचारियों ने बिटकिलसोय स्कूल को कैंप बना रखा था। मुझे मालूम नहीं था कि स्कूल पर ठेकेदार ने कब्जा जमाया हुआ है। स्कूल में उन्होंने कैंप बना रखा है। दो दिन में स्कूल खाली कराया जाएगा। जरूरत पड़ी तो ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज भी कराया जाएगा। सरकारी स्कूल भवन पर जबरन कब्जा किए बैठे हैं।
- आलोक कंडुलना, प्रधानाध्यापक, उत्क्रमित मध्य विद्यालय, रायडीह।