किसान बिल के विरोध में प्रखंड कार्यालय में गरजे कांग्रेसी
किसान विरोधी विशेष कानून के विरोध में चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में कांग्रेस नेताओं ने धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद देश के राष्ट्रपति के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी की अनुपस्थिति में कार्यालय अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : किसान विरोधी विशेष कानून के विरोध में चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में कांग्रेस नेताओं ने धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद देश के राष्ट्रपति के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी की अनुपस्थिति में कार्यालय अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। धरना-प्रदर्शन में जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अंबर राय चौधरी, सांसद प्रतिनिधि सह पर्यवेक्षक त्रिशानु राय, सांसद प्रतिनिधि सह पर्यवेक्षक राजकुमार रजक, प्रखंड अध्यक्ष विजय सामाड, युवा कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष प्रीतम बांकिरा, सांसद प्रतिनिधि अभिजीत चटर्जी, नगर अध्यक्ष संजय कुमार, यूथ इंटक प्रखंड अध्यक्ष अमित मुखी, सुशील समद, मांगू हो, आनंद सिकू, विष्णु प्रताप सिंह, गंगाराम गागराई, शिवनाथ, आसमान बोदरा, मानकी केराई, रुस्तम सरदार, चुन्नू बोदरा, विजय सिंह सरदार, दीप चरण हांसदा, श्रीपति प्रधान मुंडा जयपुर, बामनगुटू मुंडा श्रीपद प्रधान, भूषण प्रधान आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे। नया कृषि कानून किसानों की आजीविका पर हमला : कांग्रेस
प्रखंड विकास पदाधिकारी, चक्रधरपुर के मार्फत देश के राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए मांग पत्र में केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने एवं देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन देने की बात कही गई है। पत्र में कहा गया कि भाजपा सरकार ने तीन किसान विरोधी कृषि कानून बनाकर किसानों की आजीविका पर क्रूर हमला किया है। इन तीनों कानून से किसानों को नहीं बल्कि पूंजीपतियों को लाभ होगा। संसद के दोनों सदनों में भारी विरोध के बावजूद भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटकर जबरन कृषि कानून को लागू किया गया। पत्र में अविलंब संसद का शीतकालीन सत्र बुलाकर नए केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने एवं देशभर के किसानों से माफी मांगने की बात कही गई है।