100 मिलियन टन माल ढुलाई कर रचा नया इतिहास
चक्रधरपुर रेल मंडल भारतीय रेल के इतिहास में अनेकों बार मील का गाड़ चुका है। ऐसा ही मौका फिर एक बार तब आ गया जब मंडल ने माल ढुलाई में कीर्तिमान स्थापित कर दिया। विषम परिस्थितियों में भी 100 मिलियन टन माल ढुलाई का टारगेट समय से पहले पार कर लिया।
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल भारतीय रेल के इतिहास में अनेकों बार मील का गाड़ चुका है। ऐसा ही मौका फिर एक बार तब आ गया जब मंडल ने माल ढुलाई में कीर्तिमान स्थापित कर दिया। विषम परिस्थितियों में भी 100 मिलियन टन माल ढुलाई का टारगेट समय से पहले पार कर लिया। इस उपलब्धि को प्राप्त करने के बाद मंडल मुख्यालय में जश्न का माहौल है। डीआरएम चेंबर में रेलवे अधिकारियों ने उपलब्धि पर जश्न मनाया। केक काटा और एक दूसरे को खिलाकर बधाई दी। रेल मंडल के तेजी से सौ मिलियन टन माल ढुलाई किये जाने से सरकार के राजस्व में भी भारी इजाफा समय से पहले हुआ है।
पिछले वित्तीय वर्ष में 100 मिलियन टन माल ढुलाई का आंकड़ा छह जनवरी को प्राप्त किया गया था। जबकि 2021-22 के वित्तीय वर्ष में 100 मिलियन टन के लक्ष्य को 13 दिसंबर को प्राप्त कर लिया गया। कुल आठ महीने 14 दिन में चक्रधरपुर रेल मंडल ने 100 मिलियन टन माल ढुलाई कर एक नया इतिहास रचा है। इससे पहले कभी भी इतने कम समय में 100 मिलियन टन का आंकड़ा पार नहीं किया गया था। वर्ष 2017 में पहली बार चक्रधरपुर रेल मंडल ने सौ मिलियन टन का आंकड़ा पार किया था। उसके बाद रेल मंडल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। चाहे दो वर्षों का कोरोना काल की विषम परिस्थितियां ही क्यों ना रही हों, लेकिन चक्रधरपुर रेल मंडल में माल ढुलाई की रफ्तार जारी है। डीआरएम विजय कुमार साहू ने पांच दिन पहले ही घोषणा कर दी थी कि बहुत जल्द हम सौ मिलियन टन माल ढुलाई का आंकड़ा पार करने वाले हैं। इस उपलब्धि से रेलवे अधिकारियों में गजब का उत्साह और आत्मविश्वास नजर आ रहा है। डीआरएम चेंबर में खुशियां मनाने के दौरान एआरएम बीके सिन्हा, सीनियर डीओएम गजराज सिंह, सीनियर डीएफएम देवव्रत नंदी, डीसीएम सौगत मित्रा, डॉक्टर जी सारेन आदि मौजूद रहे।