बड़बिल सीएचसी परिसर में बेसुध पड़ा रहा मरीज, चिकित्सकों ने नहीं किया इलाज
बड़बिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति एक निजी एंबुलेंस सेवा के नीचे बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था।
संवाद सूत्र, बड़बिल : बड़बिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति एक निजी एंबुलेंस सेवा के नीचे बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। उस समय कोविड टीकाकरण व इलाज के लिए सैंकड़ों लोगों के परिसर में मौजूद होने के बावजूद भी किसी ने भी अचेत अवस्था में पड़े मरीज की मदद की कोशिश नहीं की। एक स्थानीय युवक का कहना था कि स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य द्वार से ठीक पहले एक एंबुलेंस के पास बेहोशी की हालत में पड़े मरीज का सीएचसी में उपस्थित कई चिकित्सा अधिकारियों ने ईलाज करने से इनकार कर दिया। बाद में प्रकाश साहू नामक एक निजी एंबुलेंस चालक और आरएमएफ के सदस्य प्रशांत कुमार मोहंती ने अचेत अवस्था में पड़े मरीज के बारे में बताने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनुपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. फकीर मोहन नायक से संपर्क साधा और वास्तविकता से अवगत कराया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा तुरंत अपने सह कर्मचारियों को फोन पर निर्देश देने के बाद मरीज को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इस प्रकरण पर केएमएफडब्ल्यू यूनियन जिला सचिव कपिल प्रसाद मोहंती ने कहा कि कैसी विडंबना है कि ओडिशा राज्य के सबसे अधिक धनी जिले में आम लोग स्वास्थ्य सेवा सहित विभिन्न योजनाओं से वंचित हैं। सरकार ने 'मो सरकार' कार्यक्रम में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि 'मेरी सरकार में किसी को भी स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच से वंचित नहीं किया जाएगा, लेकिन जिलावासियों का दुर्भाग्य है कि कई लोग आज भी सड़क पर पड़े हैं जो सरकार की खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल से वंचित है।