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चक्रधरपुर रेल मंडल में 15 जोड़ी लोकल ट्रेन 10 माह से है बंद, यात्री परेशान

कोरोना संक्रमण की शुरूआत से ही चक्रधरपुर रेल मंडल में लो

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 08:18 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 08:18 PM (IST)
चक्रधरपुर रेल मंडल में 15 जोड़ी लोकल ट्रेन 10 माह से है बंद, यात्री परेशान
चक्रधरपुर रेल मंडल में 15 जोड़ी लोकल ट्रेन 10 माह से है बंद, यात्री परेशान

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : कोरोना संक्रमण की शुरूआत से ही चक्रधरपुर रेल मंडल में लोकल ट्रेनें बंद है। लोकल ट्रेनों में प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता था। इसके जरिए आसपास जिले के लोग आते- जाते थे और उनकी रोजी-रोजगार चलता था। यह ट्रेनें लाइफलाइन की तरह थीं। लेकिन ट्रेनें बंद होने से लोगों को दूसरे साधनों यानि बस, टेंपो, मैजिक या निजी वाहनों से आना जाना पड़ता है जो मंहगा पड़ रहा है। 15 जोड़ी लोकल ट्रेनों का संचालन है बंद

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दरअसल मार्च में कोविड की चेन तेजी से बढ़ रही थी। इसपर नियंत्रण के लिए लाकडाउन लागू किया गया था। तभी से ट्रेनों के पहिए भी थमे हैं। स्थिति थोड़ी सुधरीं तो चक्रधरपुर रेल मंडल से होते हुए दिल्ली, हावड़ा, मुंबई, पटना व अन्य जगहों में जाने के लिए स्पेशल ट्रेनों की शुरूवात रेल प्रशासन ने किया। दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत आने वाले रांची रेल मंडल में एक जनवरी से लोकल ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया। लेकिन दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से संचालित होने वाली सात जोड़ी लोकल ट्रेनों का परिचालन अबतक शुरू नहीं किया गया है। चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटानगर, आदित्यपुर, सीनी, महालीमुरूप, राजखरसंवा, बड़ाबांबो, लोटापहाड़, सोनुवा, गोइलकेरा, मनोहरपुर, बंडामुंडा, राउरकेला, झारसुगुडा, चाईबासा, डांगुवापोसी, सहित अन्य जगहों के 10 से 20 हजार यात्री प्रतिदिन 15 जोड़ी ट्रेनों में यात्रा करते थे। लेकिन उन्हें अब निजी साधन से सफर करना पड़ रहा है। उधर चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से संचालित होने वाली सात जोड़ी लोकल ट्रेनें चलाई जाती थीं जो कोरोनाकाल में बंद हैं। चक्रधरपुर से प्रतिदिन चार से पांच हजार लोग लोकल ट्रेनों में सफर करते थे। लोकल ट्रेनों के बंद होने से सैकड़ों लोग हुए बेरोजगार :

कोरोना काल से पहले चक्रधरपुर से टाटानगर जाने वाली लोकल ट्रेन में प्रतिदिन हजारों लोग नौकरी करने गम्हरियां, आदित्यपुर तथा टाटानगर स्टेशन की ओर जाते थे। वहीं आद्रा चक्रधरपुर पैसेंजर से प्रतिदिन लोग सब्जी बेचने को चक्रधरपुर आते थे। इन गरीब तबके के लोगों के लिए लोकल ट्रेन लाइफ लाइन थी। पर जब से लोकल ट्रेनों का परिचालन बंद हुआ तब से ही हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। पैसेंजर को स्पेशल ट्रेन बनाकर लोगों से अधिक किराया वसूल रही रेलवे : हाल के दिनों में रेलवे ने चक्रधरपुर आद्रा हावड़ा पैसेंजर को स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन बना कर चला रही है। कोरोना काल से पहले यह ट्रेन चक्रधरपुर से आद्रा स्टेशनों के बीच पैसेंजर ट्रेन बनकर चला करती थी। कोरोना काल में रेल प्रशासन इस पैसेंजर ट्रेन को स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन बनाकर चक्रधरपुर से हावड़ा भाया आद्रा चला रही है। स्पेशल ट्रेन तो पैसेंजर की तरह सभी स्टेशनों में रूकती है। पर किराया अधिक व रिर्जेवेशन कराने का झमेला को देख गरीब लोग चाहकर भी इस ट्रेन में सफर करने से वंचित हैं। इस ट्रेन में अगर किसी को चक्रधरपुर से बड़ाबांबो स्टेशन तक की यात्रा करनी हो तो उसे 45 रुपये का रिर्जेवेशन टिकट लेकर यात्रा करना होगा। क्या कहते हैं अधिकारी :

जोनल मुख्यालय के आदेश से ही चक्रधरपुर रेल मंडल में पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन हो सकेगा। यहां के जनप्रतिनिधियों ने लोकल ट्रेनों का परिचालन करने का मांगपत्र सौंपा था। मांगपत्र को मुख्यालय भेजा गया है। आने वाले दिनों में टाटानगर से राउरकेला के बीच एक जोड़ी पैसेंजर ट्रेन तथा टिटलागढ़ हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस के परिचालन करने के लिए जोनल मुख्यालय के पास प्रस्ताव भेजा गया है। आशा है जल्द ही इस्पात एक्सप्रेस का परिचालन हो सकेगा। रांची रेल मंडल से टाटानगर, राउरकेला तथा झारसुगुड़ा स्टेशनों के बीच लोकल ट्रेनें चल रही हैं।

- मनीष कुमार पाठक, चक्रधरपुर रेल मंडल।


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