चोरी छिपे बिना रजिस्ट्रेशन के 14 मजदूर बस से जा रहे थे तमिलनाडु
लॉकडाउन के दौरान लाखों की संख्या में झारखंड लौटे प्रवासी
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : लॉकडाउन के दौरान लाखों की संख्या में झारखंड लौटे प्रवासी मजदूरों का दोबारा अन्य राज्यों में पलायन शुरू हो चुका है। मंगलवार को पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर अनुमंडल अंतर्गत आने वाले विभिन्न गांव से दर्जनों प्रवासी मजदूर बिना रजिस्ट्रेशन कराए चोरी-छिपे तमिलनाडु से आई बस में सवार होकर रोजगार के लिए तमिलनाडु जा रहे थे। जब इसकी जानकारी कोल्हान कोरोना रिलीफ टीम के सदस्यों को मिली तो टीम के सदस्यों ने बस का पीछाकर सरायकेला में बस को पकड़ लिया। उसके बाद बस को वापस चक्रधरपुर ब्लॉक कार्यालय के पास लाकर खड़ा कर दिया। सदस्यों ने प्रवासी मजदूरों के पलायन की जानकारी बीडीओ अमर जॉन आइंद तथा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार को दी। मौके पर दोनों अधिकारियों ने मजदूरों को लेकर जा रहे युवक तथा बस के चालक से पूछताछ की। मौके पर मजदूरों ने कहा कि रोजगार नहीं मिल रहा था। इस लिए वे लोग काम करने तमिलनाडु जा रहे थे।
14 मजदूर मजदूरी के लिए जा रहे थे तमिलनाडु
चक्रधरपुर अनुमंडल के डुमरडीहा, लाडूपोदा, रायबेड़ा, टिलुपदा तथा बनालता गांव के 14 मजदूर मजदूरी करने बस से तमिलनाडु जा रहे थे । ये सभी तमिलनाडु के बंगलूर में पूर्णिमा टेक्सटाइल मील में काम कर रहे थे। लॉकडॉउन में ये लोग अपने गांव वापस आ गए थे अब फिर से काम करने जा रहे थे। मिल के मालिक ने इन मजदूरों को लाने के लिए तमिलनाडु से कालीमंगल नामक बस परमिशन पत्र के साथ भेजा था। मजदूर रजिस्ट्रेशन करा जा सकेंगे तमिलनाडु : बीडीओ अमर जॉन आइंद ने कहा कि मजदूरों को ब्लॉक ऑफिस में पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद ये लोग काम करने के लिए तमिलनाडु जा सकेंगे। फिलहाल मजदूरों को बस से ही घर भेज दिया गया है। सभी का रजिस्ट्रेशन कार्य हो जाने के बाद ही ये लोग जा सकेंगे।
मजदूरों का पलायन रोकना होगा कोरोना काल में स्थानीय मजदूर दोबारा काम करने दूसरे राज्य पलायन कर रहे हैं। दूसरे राज्यों के मील मालिक मजदूरों को प्रलोभन देकर बस तक भेज रहे हैं। कितने मजदूर चोरी छिपे बस से बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही चले गए हैं। आज जब पलायन की जानकारी मिली तो कोल्हान कोरोना रिलीफ टीम के सदस्यों ने बस का पीछा कर पकड़ा है, पर प्रशासन ने कोई कारवाई नहीं की है। उल्टे रजिस्ट्रेशन कराकर मजदूरों को तमिलनाडु भेजने की बात बीडीओ बोल रहे हैं। झारखंड सरकार पलायन को रोकने के लिए ग्रामीणों को रोजगार दे। मौके पर टीम के बागुन हेंब्रम, सत्यजीत, रविन्द्र गिलुवा, सामंत सोय, सिंहराय बोदरा आदि उपस्थित थे।